(Hindi) The Obstacle Is the Way: the Timeless Art of Turning Trials into Triumph
The Obstacle Is the Way: the Timeless Art of Turning Trials into Triumph.
The Obstacle Is the Way: the Timeless Art of Turning Trials into Triumph.
“अगर आप भी कुछ बड़े सपने देख रहे है तो ये बुक आपको अपनी जर्नी स्टार्ट करने में हेल्प करेगी और आपको डायरेक्शन देगी जिससे कि आप अपने गोल्स क्लियरली सेट कर पाए और अपने अपने ड्रीम्स सच कर पाए. और सबसे इंट्रेस्टिंग बात इस बुक की ये है कि इस बुक के हर चैप्टर में आपको एक एक्शन प्लान मिलेगा जिसे आप किसी एक्सरसाइज़ की तरह प्रैक्टिस कर सकते हो. इस बुक में आपको वो सीक्रेट मिलेगा जो सक्सेसफुल लोग लाइफ में अप्लाई करते है.
• ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?
हर वो इन्सान जो लाइफ में सक्सेसफुल बनना चाहता है यानी हर स्टूडेंट जो अच्छे ग्रेड्स के सपने देखता है या वो बिजनेसमेन जिसे अपने बिजनेस को नई ऊँचाइयों पर लेकर जाना है, या कोई वर्किंग प्रोफेशनल जो अपने काम में बेस्ट परफोर्मेंस देना चाहता है, उन सब लोगो को शिव खेडा की ये बेस्ट सेलिंग बुक एक बार तो जरूर पढनी चाहिए जो उन्हें अपने गोल सेट करने और उन्हें अचीव करने में एक्सट्रीमली हेल्पफुल प्रूव होगी.
• इस बुक के ऑथर कौन है?
यू केन विन” के ऑथर है शिव खेडा जो एक जाने-माने इंडियन ऑथर है और सोशल एक्टिविस्ट है. शिव खेडा ने इंडियन कास्ट सिस्टम के खिलाफ एक मूवमेंट भी लांच किया है. और उन्होंने इस काम के लिए एक ओर्गेनाइजेशन भी स्टार्ट किया है जिसका नाम है” कंट्री फर्स्ट फाउंडेशंन. उन्होंने भारतीय राष्ट्रवादी सामंत पार्टी के नाम से खुद की एक पोलिटिकल पार्टी का भी गठन किया था. इसके अलावा उन्होंने पब्लिक इंटरेस्ट में सुप्रीम कोर्ट में कई सारी पीआईएल भी फाइल की है. शिव खेडा का जन्म एक बिजनेस फेमिली में हुआ था. मोटिवेशनल स्पीकर बनने पहले अपने शुरुवाती दिनों में उन्होंने कार वाशर, लाइफ इंश्योरेंस एजेंट और फ्रेंचाईजी ओपेरटर जैसे कई छोटे-मोटे काम किये थे. 1998 में उनकी फर्स्ट बुक “यू केन विन” (हिंदी में जीत आपकी) पब्लिश हुई थी जो एक बेस्ट सलेर मोटिवेशन और लाइफ स्किल बुक मानी जाती है.
“दोस्तों काफी लोगों का बिजनेस के बारे में यह पर्सपेक्टिव रहता है कि बिजनेस की कोई थ्योरी नहीं है यह लक पर डिपेंड है लेकिन ऐसा नहीं है बिजनेस की प्रॉपर थ्योरी है जो आज हम इस बुक में देखेंगे । दूसरा मैंने यह भी देखा है कि लोगों ने बिजनेस को जानने के लिए कई बुक पढ़ते हैं उन्हें थोड़ा बहुत पता भी चलता है लेकिन उनके ब्रेन में एक कंपलीट थ्योरी बिल्ड है। मेरा बुक को लिखने का मेन मोटिव यही है कि हम एक से डेढ़ घंटे में बिजनेस की थ्योरी को ओवर ऑल समझ जाएं और एक बिग पिक्चर क्रियेट करें।
इसलिए इस बुक में मैंने टॉप बिजनेसमैन की बुक को कंपाइल करके कनेक्ट किया है यह एक तरीके का कोर्स ही है जो इतने कम टाइम में हमें काफी कुछ सिखा सकता है मेरी ओपिनियन में हमें यह बुक चार से पांच बार सुननी चाहिए उम्मीद है यह आजकल के हजारों रुपए के पेड कोर्स से कही ज्यादा आपको नॉलेज देगी और बिजनेस जर्नी में आपकी हेल्प करेगी तो अब आप सोच रहे होंगे कि हम इस बुक में क्या-क्या डिस्कस करेंगे इसमें हम सबसे पहले देखेंगे कि हम खुद को व अपनी फैमिली को अच्छी लाइफ कैसे दे सकते हैं ओबीसयली हमें अपनी पैसे कमाने की स्किल को इंप्रूव करना पड़ेगा ज्यादातर लोग एक अच्छे पैकेज की नौकरी चाहते हैं आोबीयसली इसका यह मतलब है हम एक एम्पलोई ही बनना चाहते हैं.
अनफॉर्चूनेटली जब हम एम्पलोई होते हैं तो हमारे पास इतना टाइम नहीं होता और हम अपने अकोर्डिंग फ्री टाइम स्लॉट नहीं बना सकते ना ही उतने ज्यादा पैसे कमा सकते एक्चुली हमारे पास दो तरीके हैं जिससे हम पैसे कमा सकते हैं या तो हमें अपनी इन्वेस्टिंग की स्किल को इंप्रूव करना पड़ेगा या फिर बिजनेस स्किल्स को. इस बुक में हम बिजनेस स्किल्स की डिटेल में जाएंगे लेकिन आपको पता है कि बिजनेस खोलने की भी दो फ्लोस्पी हैं और दोनों बिलिनियर लोगों ने दी है एक फिलॉस्फी कहती है कि दूसरे के सक्सेसफुल आइडियाज को कॉपी करो और अपन एक्सपेरिमेंट मत करो।ताकि हमें जल्दी से जल्दी डिमांड का पता चल जाए लेकिन दूसरी फ्लोसफी बोलती है कि कंपलीटली डिफरेंट आइडिया लेकर आओ वैसे सक्सेस हमें दोनों तरीकों से ही मिल सकती है इन दोनों मेथड को हम बुक में डिटेल से देखेंगे.
नेक्स्ट शायद कई लोगों से आपने यह शब्द सुने होंगे सोलो प्रीमिनयोर बनो यानी एक आदमी का बिजनेस करो या वीडियो प्रीमिनयोर बनो यानी अकेले वीडियो बनाओ या ऑडियो प्रीमिनयोर बनो आदि आदि…… यह सब बकवास है…. बिजनेस एक इंडिविजुअल सपोर्ट नहीं है यह एक टीम सपोर्ट है इसलिए हम इस बुक में देखेंगे कि बिजनेस के लिए एक टीम बनाना क्यों जरूरी है एक और बात देखें बिजनेस सक्सेसफुल तब होता है जब एक ही कस्टमर से बार-बार इनकम आए और वह तब होगा जब हम परमानेंट कस्टमर बनाएं और परमानेंट कस्टमर तब बनेंगे जब हम ब्रांडिंग के प्रिंसिपल को समझेगेग । इस बुक में हम पैसों को सेफ रखने के प्रिंसिपल के बारे में भी जानेंगे तो आई होप आप एक्साइटिड होंगे बिजनेस के रुल को समझने के लिये तो चलिए हम तो हैं।
“1930 में भगत सिंह जब लाहौर सेंट्रल जेल में बंद थे तब उन्होंने एक एस्से लिखा था. वो खुद को एक एथीईस्ट (नास्तिक), मतलब जो भगवान् में विश्वास नहीं करते, मानते थे. इस वजह से उनके दोस्त उन्हें घमंडी समझने लगे. वो कहते कि भगत सिंह खुद को नास्तिक इसलिए कहते हैं क्योंकि उन्हें बहुत अहंकार और घमंड है…
मगर भगत सिंह इस बात से बिलकुल सहमत नहीं थे. इस एस्से में उन्होंने समझाया है कि उनके नास्तिक होने का कारण घमंड नहीं है. इस बुक में आप उनके आज़ाद सोच और प्रिंसिपल्स के बारे में सीखेंगे.उन्होंने दुनिया में बहुत अन्याय और नाइंसाफी देखी तो सवाल किया कि अगर सच में भगवान् है तो वो अपने लोगों को इतने दुःख और तकलीफ क्यों देता है?
ये बुक समरी किसे पढ़नी चाहिए ?
हर एक इंडियन जो महान भगत सिंह के विचारो को जान ना चाहता है |
इस बुक के ऑथर कौन है ?
भगत सिंह ने मौत का सामना हिम्मत से किया, वो उससे घबराए नहीं. वो खुश थे कि उन्होंने अपना पूरा जीवन इंडिया की आज़ादी और लोगों को आज़ाद करने में लगा दिया. 1931 में उन्हें फांसी दे दी गयी. वो सिर्फ 23 साल के थे.
“1. इस बुक से हम क्या सीखेंगे
सक्सेस मिलना इतना ईजी नहीं होता खासकर इण्डिया जैसे देशो में जहाँ रीसोर्सेस लिमिटेड है, फानेंशियल सपोर्ट मिलना मुश्किल है और जहाँ आज भी बिजनेस करना लोगो की सेकंड चॉइस होती है. कुछ अलग हटकर सोचना ही एक जुगाड़ इनवेटर की सबसे बड़ी पहचान है. और वो अपने साथ कई और लोगो को भी इंस्पायर करता है. इसलिए अगर आप भी कुछ डिफरेंट सोचते है और कुछ इनोवेटिव करना चाहते हो तो इस बुक में दिए जुगाड़ प्रिंसिपल आपके बड़े काम आ सकते है. जुगाड़ इनोवेटर्स के कुछ रियल लाइफ एक्जाम्पल भी आपको इस बुक में मिलेंगे जिन्होंने आउट ऑफ़ नथिंग कुछ बड़ा करके दिखाया है और प्रूव किया है कि चेलेन्जेस दरअसल हमे अपोर्च्यूनिटीज़प्रोवाइड करते है.
2. ये बुक किस किसको पढनी चाहिये?
हर वो स्टूडेंट या एंट्रप्रेन्योर बनने का सपना देखने वाला इस बुक की जुगाड़ टेक्नीक्स से काफी कुछ सीख सकता है जो उसे एक सक्सेसफुल बिजनेसमेन बना सकता है. जुगाड़ माइंडसेट इनोवेटिव थिंकिंग का दूसरा नाम है. जो लोग प्रोब्लम्स को फेस करते है उन्हें ही जुगाड़ इनोवेटर्स बोला जाता है.
3. इस बुक के ऑथर कौन है?
इस बुक के ऑथर है नवी रेड्ज्यू, जयदीप प्रभु, सिमोन आहूजा और केविन रोबर्ट्स.
Intuitive Eating: A Revolutionary Program that Works.
“The Diabetes Code: Prevent and Reverse Type 2 Diabetes Naturally
“
“The Dhandho Investor: The Low-Risk Value Method to High Returns.
“क्या आपने भगवान् को देखा है ? कुछ इसी तरह के सवाल स्वामी विवेकानंद पूछा करते थे जब वो बच्चे थे. उन्होंने दुनिया की हर सुख सुविधा देने वाली चीज़ को छोड़ दिया था. सिर्फ एक डंडे और कटोरे के साथ उन्होंने पूरे इंडिया की सैर कर ली थी. वो भगवान् को देखना चाहते थे और वो जल्दी ही इसमें सफल भी हो गए. इस बुक समरी में आप स्वामी विवेकानंद के लाइफ के बारे में पढेंगे. वो जब बच्चे थे तो कैसे थे? वो कैसे इतने ग्रेट लीडर बने ? उनमें ऐसा क्या था जो अमेरिका में सब उन्हें इतना पसंद करते थे ? क्या है उनकी कहानी, उनके गोल्स और क्यों उन्हें आज भी इतना याद किया जाता है? ये बुक किसे पढ़नी चाहिए ?ये बुक सभी को पढ़नी चाहिए | क्यूंकि ये बुक हमें बताती है की सारे धर्म बराबर है | और हम सब का धर्म इंसानियत है | इस बुक के ऑथर कौन है ?स्वामी निखिलानंद का जन्म 1895 में दुर्गापुर गांव में बांग्लादेश में हुआ था जो उस वक़्त ब्रिटिश इंडिया के राज में आता था | इन्होने रामकृष्णा विवेकानंद सेन्टर की शुरवात करी नई यॉर्क में | इनकी गिनती बहुत ही जाने माने writers और thinkers में की जाती है.
“1. इस बुक से हम क्या सीखेंगे
स्पिरिट ऑफ़ कैजान का जन्म जापान में हुआ था. ये सक्सेस अचीव करने का कोई फ़ास्ट टूल नहीं है बल्कि एक डीप थौट प्रोसेस है जिसे हम अपनी बिजनेस और डेली लाइफ दोनों में यूज़ कर सकते है. कैजान आपको छोटे-छोटे स्टेप्स लेकर चीजों में इम्प्रूवमेंट लाना सिखाता है इससे पहले कि वो बड़ी मिस्टेक्स बन जाये. आज अगर हम छोटी-छोटी बातो में ध्यान देकर उन्हें इनिशियेल स्टेज पर करेक्ट कर लेंगे तो फ्यूचर में बड़ी प्रोब्लम्स फेस नहीं करनी पड़ेगी. जिन लोगो ने कैजान अप्लाई किया है वो इसके लॉन्ग लास्टिंग इफेक्ट के कायल है और इसीलिए वर्ल्ड वार II में पैदा हुआ कैजान आज भी उतना ही इफेक्टिव और रेलेवेंट है. हम इस बुक को इंट्रोड्यूज कर रहे है जो सिखाती है एक स्माल स्टेप आपकी लाइफ में एक बड़ा और पोजिटिव चेंज ला सकती है.
2. ये बुक किस किसको पढनी चाहिए
जो लोग बिजनेस फील्ड में है या बिजनेस खोलने की सोच रहे है उन्हें इस बुक को पढकर काफी फायदेमंद टिप्स और टेक्नीक्स मिल सकती है. कैजान के असरदार फोर्मुले से स्माल स्टेप्स लेकर बिग चेंज लाना बिलकुल भी मुश्किल नहीं है. ये कोई लेटेस्ट गेजेट नहीं कोई टूल नहीं बस एक पॉवरफुल आईडिया है जो किसी भी कंपनी, ओर्गेनाइजेशन या बिजनेस को अपना गोल अचीव में बड़े इफेक्टिव तरीके से हेल्प करता है.
3. इस बुक के ऑथर कौन है?
द स्पिरिट ऑफ़ कैजेन के राइटर है डॉक्टर रोबर्ट मोरेर. Robert Maurer पीएचडी है और UCLA और यूनिवर्सिटी ऑफ़ वाशिंगटन स्कूल ऑफ़ मेडिसिन में काम करते है| रोबर्ट साइंस ओके एक्सीलेंस के डायरेक्टर भी है, जो की एक ऐसी फर्म है जो साइकोलॉजी के प्रिंसिपल्स को सक्सेस के लिए प्रैक्टिकल स्टेप्स में तोड़ के बताती है |
“जब पहली बार इंसान हवा में उड़ा.. तो सबके मुँह से बस यही बात निकली “”इंसान उड़ सकता है !!””. सबसे हैरान करने वाली बात तो ये थी की ये चीज़ दो भाइयो ने की थी जो एक मामूली साइकिल की दूकान चलाते थे | ऑथर के मुताबिक़ उनमे ये सात quality थी जिनकी वजह से वो ये कर पाए |
ये बुक किसे पढ़नी चाहिए ?
1) को कुछ बड़ा करना चाहता हो .
2) जो जान ना चाहता हो की किसी मुश्किल प्रॉब्लम की कैसे सोल्वे करते है .
3) ऐसा इंसान जो जानना चाहता है की राइट brothers कैसे सोचते थे .
इस बुक के ऑथर कौन है .
Mark Eppler एक अवार्ड विनिंग स्पीकर है, और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव रह चुके है| Mark “”wright brothers “” के तरीको से बहुत इन्फ्लुएंस्ड है इसीलिए उन्होंने ये बुक भी लिखी |
“क्या आप जानते है हमारे देश में आज भी कई ऐसे सोशल ईविल्स है जो परम्परा और कल्चर के नाम पर फोलो किये जाते है, जो हमारे समाज को दीमक की तरह अंदर ही अंदर खोखला करते है, इन्ही में से एक अनटचेबिलिटी यानी छुवाछूत की प्रथा जिसने समाज के एक वर्ग हमेशा से एक्स्प्लोईट किया है, उसे कमज़ोर बनाया है, उसका शोषण किया है. ज़रा सोचिए ये लोग हमारे घरो का कचरा साफ़ करते है, सीवर साफ़ करते है, सडक की गंदगी उठाते है और बदले में हमने उन्हें क्या दिया? समाज का ऊँचा तबका इन्हें जानवरों से भी गया गुज़रा समझता है. लेकिन आजादी के बाद से सोसाइटी में काफी बदलाव आए है. आज हमारे देश के कानून में अनटचेबिलिटी एक क्राइम है और अनटचेबल कहे जाने वाले लोगो को इक्वल राईट्स और फ्रीडम हासिल है. और हमे ये बात माननी ही होगी कि देश में तरक्की तभी आएगी जब सब लोगो को बराबरी का हक और आगे बढ़ने का मौका मिलेगा.
ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?
बाबा भीमराव अम्बेडकर की ये किताब हमे समाजिक तौर तरीको के बारे में काफी कुछ सिखाती है. आप चाहे किसी भी धर्म या जाति के हो, आपको ये बुक पढकर जरूर देखनी चाहिए, डॉक्टर अम्बेडकर की स्टोरी ना सिर्फ समाज के कमज़ोर वर्ग को बल्कि सबको एक सीख देती है कि अगर इरादे मजबूत हो तो इंसान अपनी किस्मत खुद लिख सकता है. बाबा साहेब अम्बेडकर ने एजुकेशन की पॉवर जानते थे इसीलिए तो उन्होंने कहा था” मेरे नाम की जय-जयकार करने से अच्छा है मेरे बताए रास्ते पर चलो”.
इस बुक के ऑथर कौन है?
ये बुक बाबा साहेब अम्बेडकर की ऑटोबायोग्राफी है. इंडिया के फर्स्ट लॉ एंड जस्टिस मिनिस्टर बाबा साहेब का जन्म 14 अप्रैल, 1891 में महाराष्ट्र के एक दलित घर में हुआ था. बाबा साहेब बचपन से ही ब्रिलिएंट स्टूडेंट थे. उन्होंने कोलंबिया यूनिवरसिटी और लन्दन स्कूल ऑफ़ इकोनोमिक्स से डॉक्टरेट की डिग्री ली. अपने शुरुवाती दिनों में वो एक इकोनोमिस्ट, लॉयर और प्रोफेसर भी रहे थे. 1956 में वो बुध्हीज्म में कन्वेर्ट हो गए थे और उनके मरने के बाद 1990 में उन्हें भारत रत्न का अवार्ड दिया गया.
“टाटा , एक ऐसा नाम जो हिन्दुस्तान का बच्चा-बच्चा जानता है. न्यू इंडिया की नींव बनाने में टाटा ग्रुप का बहुत बड़ा हाथ है. देश की तरक्की और बेहतरी के लिए टाटा ने काफी कुछ किया है जिसे देशवासी हमेशा याद रखेंगे.टाटा बिजनेस ग्रुप सिर्फ प्रॉफिट कमाने के बारे में नहीं सोचता बल्कि सोसाइटी के हर क्लास को साथ लेकर चलने में यकीन रखता है और यही इसकी असली पहचान है. इस बुक में आप सीखेंगे कि एक बिजनेसमेन के अंदर वो कौन सी क्वालिटीज होती है जो उसे अपना बिजनेस सस्टेन रखने में हेल्प करती है.
ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?
हर उस इन्सान को जो देश के लीडिंग बिजनेस ग्रुप टाटा और उनके लीडर्स के बारे में जानना चाहता है. जमशेदजी, जेआरडी और रतन टाटा, टाटा ग्रुप के तीन पिलर्स जिन्होंने टाटा की परपंरा को आगे बढ़ाया, इनके बारे में जानने के लिए ये बुक ज़रूर पढ़े.
इस बुक के ऑथर कौन है?
“द टाटा” बुक के ऑथर गिरीश कुबेर एक मराठी जर्नलिस्ट और राइटर है. 2010 से वो डेमोक्रेसी के मैनेजिंग डायरेक्टर है. डेमोक्रेसी में आने से पहले वो द इकोनोमिक्स टाइम्स में पोलिटिकल ब्रांच के एडिटर थे. राइटिंग के अलावा इंटरनेशनल इकोनोमिक्स और पोलिटिक्स में उनका खास इंटरेस्ट है. उन्हें मारवारी फाउंडेशन का परबोधन ठाकरे समाज परबोधन अवार्ड भी मिल चूका है.
“1. इस बुक से हम क्या सीखेंगे?
आपके बच्चे आपकी सबसे बड़ी रीस्पोंसेबिलिटी है इसलिए उनके मेंटल हेल्थ की जिम्मेदारी भी आपके उपर है. अगर आप अपने बच्चे को एक स्ट्रोंग और वेल बेलेंस्ड इंडीविजुअल बनाना चाहते है तो अभी से उसकी तैयारी करो. साइंटिस्ट का मानना है कि हमारे माइंड के लेफ्ट और राईट ब्रेन के फंक्शन्स डिफरेंट है. एक पार्ट इमोशनली डील करता है तो दूसरा पार्ट लोजिक और प्रेक्टिकल थिंकिंग करता है. हमे चाहिये कि हम अपने बच्चो के इन दोनों पार्ट्स को बेलेंस करने में उनकी हेल्प करे. बच्चो का लोजिकल ब्रेन वाला पार्ट कम डेवलप होता है इसलिए वो ज्यादा इमोशनल होते है. और एक पेरेंट के तौर पर हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें समझे और उसी हिसाब से उनके साथ बिहेव करे.
2. ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?
हर पेरेंट को ये बुक जरूर पढनी चाहिए. अगर आप एक अच्छे पेरेंट है लेकिन और अच्छा बनना चाहते है तो भी आपको ये बुक एक बार पढके देखनी चाहिए. इस बुक में दिए गए टेक्नीक्स और आईडियाज हमे बच्चो को बैटर ढंग से समझने में हेल्प करते है.
3. इस बुक के ऑथर कौन है?
इस बुक के ऑथर डैनियल जे. सीगल का जन्म 17 जुलाई, 1957 में अमेरिका में पैदा हुए. वो UCLA स्कूल ऑफ़ मेडिसीन में साईंकेटरी के क्लिनिकल प्रोफेसर और माइंडसाईट इंस्टीटयूट के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और एक राइटर है. उनकी बेस्ट सेलिंग बुक है द व्होल ब्रेन चाइल्ड जो उन्होंने को-ऑथर टीना पेने ब्राइसन के साथ मिलकर लिखी है.
“क्या आपमें कुछ बुरी आदतें हैं जिन्हें आप बदलना चाहते हैं? अगर हाँ तो ये बुक आपके लिए है. जेम्स क्लियर आपको अपनी बुरी आदतों को अच्छे में बदलने के तरीके के बारे में स्टेप बाय स्टेप बताएंगे. ये आपको विलपॉवर और अपने अंदर जोश पैदा करने जैसी क्वालिटीज़ को डेवेलप करना सिखाएगा ,आप खुद पर विश्वास करना सीख जाएंगे. एटॉमिक हैबिट्स ये कहती है कि आप हर रोज़ पहले से 1% ज़्यादा बेहतर हो सकते हैं. अगर आप सच में अपने लाइफ में बदलाव लाना चाहते हैं, तो इस बुक को पढ़ने का समय आ गया है.
य़ह बुक किसे पढनी चाहिये
जिन लोगों की आदतें खराब हैं, जो लोग खुद को बेहतर बनाने के लिए बदलना चाहते हैं, जो लोग नई शुरुआत चाहते हैं.
आथर के बारे में
जेम्स क्लियर एक राइटर , मोतिवतिओनल स्पीकर और ऑथर हैं. वो अपनी वेबसाइट और समाचार पत्र के माध्यम से लोगों की मदद करते रहते हैं.