(Hindi) Good to Great: Why Some Companies Make the Leap…and Others Don’t
“सिर्फ गुड बनके क्यों रहा जाए जबकि आप ग्रेट बन सकते है, ये इतना भी मुश्किल नहीं है जितना आप लगता होगा. ग्रेट बनने की ख़ुशी ही अलग होती है. एवरेज तो हर कोई होता है. इसलिए आज से ही सोच ले कि आपको लाइफ में सिर्फ गुड बनकर नहीं रहना बल्कि गुड से ग्रेट की तरफ जाना है.
ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?
हर वो इंसान जो ग्रेट बनने का फार्मूला सीखना चाहता है इस बुक में दिए यूनिक कांसेप्ट्स और आईडियाज की मदद से अपने ग्रेट बनके का सपना पूरा कर सकता है. चाहे आप कंपनी प्रोफेशनल हो या स्टूडेंट या फिर कोई एम्प्लोई, ये बुक सबके लिए बड़े काम की है. आप भी इसे पढकर अपनी लाइफ को गुड टू ग्रेट की तरफ ले जा सकते है.
इस बुक के ऑथर कौन है?
जिम कोलिन्स गुड टू ग्रेट बुक के ऑथर है जो एक अमेरिकन राइटर और कंसल्टेंट है, वो 1958 में पैदा हुए थे, वो बिजनेस मैनेजमेंट एंड कंपनी सस्टेनेबिलिटी एंड ग्रोथ सब्जेक्ट में लेक्चर भी देते है. कोलिन्स ने अपनी रीसर्च के बाद छेह बुक्स लिखी जिनमे क्लासिक बिल्ट टू लास्ट भी शामिल है. ग्रेट बाई चॉइस उनकी लेटेस्ट बुक है, इसके अलावा वो हार्वर्ड बिजनेस रिव्यू, बिजनेस वीक और फोर्च्यून जैसी मैगज़ीन्स में भी अपना कोंट्रीब्यूशन देते रहते है.