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Author: GIGL

(Hindi) How to Stop Worrying and Start Living

(Hindi) How to Stop Worrying and Start Living

“हमारे विचार ही हमारा आज, कल और आने वाला कल डिसाइड करते है. आने वाले कल को बैटर बनाने का एक ही तरीका है कि हम अपने आज में जो भी करे पूरे कोंसंट्रेशंन से करे और अपना 100% दे. कल की चिंता कल पर ही छोड़ दे.

 

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे?

इस बुक का गोल है रीडर्स को ज्यादा एन्जॉयबल और फुलफिलिंग लाइफ जीने में हेल्प करना. उन्हें अपने और अपने आस-पास के लोगो के बारे में और ज्यादा अवेयर कराना ताकि वो लाइफ को एक डिफरेंट पॉइंट ऑफ़ व्यू से देखने की आदत डाले. हम अक्सर छोटी-छोटी बातो से घबरा जाते है और फ्यूचर को लेकर परेशान रहते है लेकिन ये बुक आपको प्रेजेंट में खुश रहना सिखाएगी.

 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए ?

ये बुक हर उस इंसान को पढनी चाहिए जो अपनी लाइफ में हैप्पीनेस और फुलफिल्मेंट चाहता है. जो लोग क्रीटिज्म के डर से एक्शन लेने से घबराते है उन्हें एक बार ये बुक पढके देखनी चाहिए. 

 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है? 

इस बुक के ऑथर डेल कार्नेजी है. ये बुक फर्स्ट टाइम ग्रेट ब्रिटेन में 1948 में पब्लिश की गयी थी. डेल कार्नेज का जन्म 24 नवंबर, 1888 में हुआ था. वो एक अमेरिकन राइटर और लेक्चरर थे. वो एक सेल्फ-इम्प्रूवमेंट, कार्पोरेट ट्रेनिंग, सेल्समेनशिप, पब्लिक और इंटरपर्सनल स्किल्स डेवलपर भी थे. 

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(Hindi) Copycat Marketing 101

(Hindi) Copycat Marketing 101

“वी लिव इन अ वर्ल्ड ऑफ़ कॉपी केट्स. अगर कोई एक चीज़ है जिसमे हम सब अच्छे है तो वो है कॉपी केटिंग. लेकिन क्वेश्चन ये है कि क्योंकि हम ऑलमोस्ट सारी चीज़े कॉपी केट करते है तो हमने अब तक वेल्थ क्रियेट करने का कोई तरीका क्यों नहीं कॉपी केट किया? हमारे पैदा होने के दिन से हमारी कॉपी केटिंग स्टार्ट हो जाती है. हम अपने पेरेंट्स की लेंगुएज कॉपी केट करते है हम उनके मूव्स कॉपी केट करते है, उनकी लाइफ स्टाइल कॉपी केट करते है. लेकिन लाइफ में बाकी चीजों की तरह कॉपी केट करने के भी कुछ डाउनसाइड है. सिर्फ इसलिए कि हम सब कुछ ना कुछ कॉपी केट करते रहते है तो इसका ये मतलब बिलकुल नहीं है कि हमे ये करते रहना चाहिए. 

 

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे?

कॉपी केट होना कोई अच्छी बात नहीं है आप दूसरो की हर चीज़ कॉपी नहीं कर सकते. ट्रू वेल्थ का मीनिंग सिर्फ यही नहीं होता कि आप चीज़े खरीद सके बल्कि ट्रू वेल्थ फ्री होने की एबिलिटी देता है जिसका मतलब है कि आपके पास इतना पैसा है, इतना टाइम है कि आप जो चाहे वो करे, जब चाहे तब करे और यहाँ ये चीज़ ध्यान रखे कि इनफ मनी होना कभी भी इनफ नहीं होता. आपके पास इनफ टाइम भी होना चाहिए क्योंकि खोया हुआ टाइम कभी वापस नही आता. ये बुक हमे सिखाती है कि अपने टाइम को पैसे के बदले कैसे ट्रेड किया जाए. 

 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?

अगर आप भी हार्ड वर्क के बदले स्मार्ट वर्क करके पैसे कमाना चाहते है तो ये बुक जरूर पढ़े. जो लोग कोई छोटा मोटा स्टार्ट अप या फ्रेंचाइजी खोलना चाहते है उन्हें भी ये बुक एक बार पढके देखनी चाहिए और उन लोगो को भी पढनी चाहिए जिन्हें अपने रिटायरमेंट की लाइफ आराम से जीनी है. 

 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है?

इस बुक के ऑथर बुर्के हेजर एक जाने माने ऑथर, स्पीकर और नेटवर्क मार्केटिंग के ट्रेनर है. उन्होंने एम्वे की हिस्ट्री में बेस्ट सेलिंग बुक ”व्हू स्टॉल द अमेरिकन ड्रीम” लिखी है. इस बुक के अलावा उन्होंने 7 और बेस्ट सेलिंग बुक्स लिखी. बुर्के हेजर काफी पोपुलर राइटर है और लोग उनकी बुक्स बड़े शौक से पढ़ते है.

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(Hindi) The 48 Laws of Power

(Hindi) The 48 Laws of Power

“द फोर्टी एट लॉज़ ऑफ़ पॉवर” एक क्लासिक बुक है जो सबसे पहले 1998 में पब्लिश हुई थी और जल्द ही ये एक इंटरनेशनल बेस्टसेलर बन गई. इसमें लिखी हुई 48 एडवाइस पढ़कर कोई भी इंसान पॉवर हासिल कर सकता है. हर एडवाइस के साथ लेखक ने अलग-अलग लोगो की अलग-अलग कहानियां दी है ताकि रीडर्स को प्रिंसिपल समझने में आसानी हो. किताब की शुरुवात में दिए गए कुछ लॉज़ को लेकर हमने ये समरी बनाई है जिनके बारे में हम यहाँ जानेगे |तो क्या आप ये इंटरेस्टिंग लॉज़ कहानियो के साथ सुन्ना चाहेंगे |

 

इस बुक के ऑथर कौन है ? 

रोबर्ट ग्रीन एक अमेरिकन ऑथर है जिन्होंने स्ट्रेटेजी और पावर पर कई किताबे लिखी है| इन्होने 6 बेस्ट सेलर किताबे भी लिखी है जैसे की:-

1) 48 लॉज़ ऑफ़ पावर

2) दी आर्ट ऑफ़ सिडक्शन

3) दी 33 स्ट्रेटेजी ऑफ़ वॉर

4) दी 50th LAW

5)  मास्टरी

6) थे लॉज़ ऑफ़ ह्यूमन नेचर.

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(Hindi) The 7 Habits of Highly Effective People

(Hindi) The 7 Habits of Highly Effective People

“एक हाइली इफेक्टिव आदमी कौन होता है? एक हाइली इफेक्टिव इंसान वो होता है जिसका केरेक्टर अच्छा हो. जिसके पास स्ट्रोंग वेल्यूज़ हो. क्या आपकी कभी अपने किसी रिश्तेदार या कलीग से खटपट हुई है? किसी से ये उम्मीद रखना कि वे बदले, उससे पहले आपको खुद को बदलना होगा. क्या आपको लगता है कि आपमें खुद को इम्प्रूव करने की क्वालिटी है?

एक हाइली इफेक्टिव इंसान के दुसरे लोगो के साथ भी अच्छे रिलेशन होते है. वो अपने परिवार, रिश्तेदारों, दोस्तों, पड़ोसियों और कलीग्स के साथ मिलजुल कर रहता है. और एक अच्छा रिलेशन सालो साल तक चलता है.

एक हाइली इफेक्टिव इंसान कैसे बना जाए, ये आप इस किताब को पढ़कर सीख सकते है. जो भी आपकी जॉब हो, आप इस किताब से ये बात जान सकते है. जैसे कि अगर आप एक पेरेंट है तो अपने बच्चे के साथ अपना रिलेशनशिप और भी बेहतर बना सकते है. अगर आप एक बॉस है जो इस किताब में आपको ऐसे टिप्स मिलेंगे जिनसे आप और भी अच्छे लीडर बन पायेंगे.

ये किताब किस के लिए है ?

1) जो इफेक्टिव लोगो की सात आदतों को जानना चाहते है ?

2) जो सिर्फ एक कॉमन ज़िन्दगी नहीं जीना चाहते बल्कि अपनी ज़िन्दगी में कुछ बड़ा करना चाहते है.

 

इस किताब के ऑथर कौन है ?

स्टीवन कवी एक अमेरिकन ऑथर, बिजनेसमैन और एक बहुत अचे स्पीकर थे | टाइम मैगज़ीन ने इन्हे टॉप 25 मोस्ट इन्फ्लुएंटीएल लोगो की लिस्ट में डाला है | स्टीवन कवी उटाह स्टेट यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रहे है | इनकी किताब 7 हैबिट्स ऑफ़ हाइली इफेक्टिव पीपल एक बेस्ट सेलर रही है |

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(Hindi) The 4-Hour Workweek

(Hindi) The 4-Hour Workweek

“क्या आप भी किसी मिलेनियर की तरह रहना चाहते है? क्या आप चाहते है कि जब आपकी मर्ज़ी हो तब काम करे, जहाँ मर्जी हो वहां रहे और जो मन आये वो करे? और ये सब करने के लिए आपको सारी लाइफ काम करने की भी ज़रुरत नहीं है. और ये शर्त भी नहीं है कि आपके बैंक अकाउंट में मिलियंस पड़े हो. आपको तो बस न्यू रिच को ज्वाइन करना है.

 

1.    इस बुक में हम क्या सीखेंगे ?

इस बुक में आप सीखेंगे कि ये न्यू रिच आखिर है कौन? आप इनकी लाइफस्टाइल डिजाईन के बारे में सीखेंगे, आपको 80/20 प्रिंसिपल और पार्किन्सन लॉ का बारे में भी सिखने को मिलेगा. और इस बुक से आप सीखेंगे कि टाइम, मनी और लोकेशन की फ्रीडम कैसे अचीव की जाए यानी अपनी शर्तो पर जीने वाला एक मिलेनियर कैसे बना जाये. 

 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?

जो लोग 9 टू 5 वाली नार्मल जॉब के बजाये अपनी मर्जी से जब चाहे तब काम करने में बिलीव रखते है ये बुक खास उनके लिए है. पैसे कमाने का कोई घिसा पिटा फार्मूला नहीं होता. इस बुक के ऑथर ने ये प्रूव करके दिखाया है कि एक रिच एंड अफुलेंट लाइफ जीना हमारे हाथ में है. अगर आप भी ऐसा ही कुछ सोचते है तो ये बुक आपको पढनी चाहिए. 

 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है?

इस बुक के राइटर अमेरिकन ऑथर टिम फेरिस 20, जुलाई, 1977 में पैदा हुए थे. वो एक फेमस ऑथर, एंटप्रेन्योर और प्रोडकास्टर है.

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(Hindi) You Can Heal Your Life

(Hindi) You Can Heal Your Life

“कभी-कभी लाइफ में ऐसा भी टाइम आता है जब हमें कुछ भी मोटिवेट नहीं करता, हमारा एनथूयाज्म खत्म होने लगता है. तब हमे फील होता है कि काश कोई हमारी हेल्प करता. लेकिन सोचिये क्या होता है? सच तो ये है कि ऐसे मुश्किल वक्त में हम खुद को अकेला पाते है, मदद के लिए कोई आगे नहीं आता है फिर एक ही चीज़ रह जाती है कि – आप अपनी हेल्प खुद करो. लेकिन इससे पहले कि आप भी कभी इस सिचुएशन से गुज़रे, आपको सेल्फ हेल्प फिलोसफी और होलिस्टिक हेल्थ के बेसिक टेनेट्स सीखने होंगे. और इसका सबसे बढ़िया तरीका है कि आप इस बुक को पढ़े जिसका नाम है “यू केन हील योर लाइफ”

 

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे?

हमारी ज्यादातर प्रोब्लम्स की वजह है डाईफंक्शनल बीलीफ्स जो हमे एक लिमिटेड वे में सोचने को मजबूर करती है और फिर होता ये है कि हम अपने दायरे से बाहर निकल कर कुछ नया और पोजिटिव सोच ही नहीं पाते है. देखा जाये तो ये बिलिफ्स सिर्फ कंस्ट्रक्शंस है कोई रियेलिटी नहीं. हम खुद को अपनी मिस्टेक्स के लिए कभी माफ़ नहीं कर पाते और बार-बार उन्ही बातो को सोचकर रिग्रेट करते है जिससे हमारे अंदर नेगेटिव थिंकिंग आने लगती है. 

 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?

इस बुक के कुछ माइंड ब्लोविंग रीवीलिश्न्स हमे अपना नजरिया बदलने के लिए इंस्पायर करते है इसलिए ये बुक सबको पढनी चाहिए, ये उन किताबो में से है जो आपको लाइफ चेंजिंग आईडियाज देती है और आपकी पर्सनेलिटी को एक हद तक पोजिटिव वे में अफेक्ट करती है.  

 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है ?

8 अक्टूबर,1926 को अमेरिका में जन्मी लूजी लीं हे एक अमेरिन मोटिवेशंनल ऑथर और “हे हॉउस” की फाउंडर थी. अपनी लाइफ में उन्होंने कई सारे सेल्फ हेल्प बुक्स लिखी. एक पब्लिश्ड ऑथर बनने से पहले उन्होंने काफी स्ट्रगल किया था. अपने बचपन में जहाँ उन्हें अब्यूज्मेंट और वायोलेंस झेलना पड़ा वही बड़े होकर उन्हें पैसे के लिए छोटे-मोटे काम भी करने पड़े थे. उनकी खुद की लाइफ एक मिसाल है कि कैसे मुश्किल हालत में भी इंसान खुद को आगे बढ़ने के लिए मोटीवेट कर सकता है.

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(Hindi) Talk Like TED

(Hindi) Talk Like TED

“कुछ लोग वाकई में कमाल के स्पीकर होते है, उनकी कम्यूनिकेशन स्किल देख कर लगता है कि काश हम भी इस तरह बोल पाते. लेकिन क्या आपको पता है कि एक इफेक्टिव कम्यूनिकेशन स्किल्स हर कोई सीख सकता है. टॉक लाइक टेड एक ऐसी बुक है जो आपको पब्लिक स्पीकिंग के खास सीक्रेट बताने वाली है जिसे पढकर हर कोई अपने अंदर वो कांफिडेंस बिल्ड कर सकता है कि पब्लिक स्पीकिंग उसके लिए केक वाक् की तरह ईजी हो जायेगी. 

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे?

हर स्पीकर का एक डिफरेंट अप्रोच है, फिर भी उनमे कुछ केरेक्टरस्टिक कॉमन है- नोवेल्टी, इमोशन और मेमोरेबिलिटी. जो चीज़ स्टैंड आउट करती है, मेमोरेबल होती है. लोगो को डेली रूटीन से कुछ हटकर स्पेशल और डिफरेंट चीज़े पसंद आती है. इस बुक में ऐसे की- पॉइंट्स है जो आपको एक कमांडेबल स्पीकर बनने में हेल्प करेंगे जैसे की:

●    नोवेल्टी 
●    इमोशंस
●    बीइंग मेंमोरेबल 
●    लोगोस 
●    एथोस 
●    पाथोस 

इसके अलावा और भी कई सारे टिप्स और आईडियाज है जो आप इस बुक में पढेंगे. 

 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?

अगर आपको भी पब्लिक स्पीकिंग से डर लगता है तो एक बार ये बुक ज़रूर पढ़े, हो सकता है कि उसके बाद पब्लिक स्पीकिंग आपके लिए एक बड़ी मजेदार चीज़ बन जाए. ये बुक वर्किंग पर्सन, स्टूडेंट्स, मैनेजर्स मोटीवेशनल स्पीकर्स, सबके काम आ सकती है. इसकी थ्य्रोरीज रियल लाइफ में प्रेक्टिस करके आप भी अपनी कम्यूनिकेशंन स्किल्स इम्प्रूव कर सकते है. 

 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है ?

टॉक लाइक टेड के ऑथर कारमाईन गेलो की बेस्ट सेलर्स बुक लिस्ट काफी लम्बी है. 26 जुलाई 1965 में जन्मे कारमाईन एक अमेरिकन ऑथर, कोलमनिस्ट, और की-नोट स्पीकर है. वो फ़ोर्ब्स. कॉम के लिए आर्टिकल भी लिखते है. राइटर बनने से पहले वो एक न्यूज एकंर और जर्नलिस्ट थे. 

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(Hindi) Switch: How to Change Things When Change Is Hard

(Hindi) Switch: How to Change Things When Change Is Hard

“क्या आप भी किसी बुरी आदत से परेशान है? क्या आप कुछ न्यू हैबिट्स डेवलप करना चाहते है जो आपके लिए फायदेमंद हो? क्या आप भी ये मानते है कि लाइफ में सिर्फ चेलेन्जेस है ? या आपको कोई न्यू चेंज या न्यू एनवायरमेंट में एडाप्ट करना मुश्किल लगता है. अगर आपके माइंड में भी यही सवाल उठ रहे है और आप उन सवालों के जवाब ढूढ़ रहे है तो ये बुक “स्विच’ आपकी हेल्प कर सकती है. क्योंकि इस बुक में रियललाइफ सिचुएशन से निबटने के असरदार नुस्खे दिए गये है–जिन्हें आप प्रेक्टिकली अपनी लाइफ में इम्पलीमेंट कर सकते है. 

1.    हमे ये बुक क्या सिखाएगी? 

एक ओल्ड बुद्धिस्ट टीचिंग के हिसाब से हर इंसान के अंदर दो पार्ट्स होते है – द राइडर और द एलिफेंट. द राइडर पार्ट इंसान का कोल्ड और रेशनल पार्ट है. ये पार्ट प्लानिंग करता है, शेड्यूल्स बनाता है और मैथ सोल्व करंता है वही हमारा एलिफेंट पार्ट इमोशनल होता है जो इम्पल्सिव और हेस्टी है. एलिफेंट और राइडर ये दोनों पार्ट अगर साथ मिलकर काम करे तभी इंसान लाइफ में एक बेलेंस पाथ ढूंढ सकता है. और ये पाथ हमारे इक्वेशनमें थर्ड एलिमेंट है और ये उस एनवायरमेंट को रीप्रजेंट करता है जिसने एलिफेंट और राइडर दोनों को घेरा हुआ है. हीथ ब्रदर्स हमे यही सिखाना चाहते है कि लाइफ में चेंज की पोटेंशियल डेवलपमेंट के लिए ये तीनो ही पार्ट एक्स्ट्रीमली इम्पोर्टेंट है. 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?

हर कोई इंसान इस बुक का बेनिफिट ले सकता है क्योंकि ये बुक लाइफ के सभी एस्पेक्ट में काम आ सकती है. इस बुक से हम अपने इमोशंस और अपनी लोजिकल थिंकिंग को बेलेंस करके चलना सीख सकते है. 

 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है?

इस बुक के ऑथर चिप और डेन हीथ बेस्ट सेलर् ऑथर्स है. चिप स्टैंडफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ़ बिजनेस में प्रोफेसर है वही डेन ड्यूक यूनिवरसिटी के केस सेंटर के सीनियर फेलो है. अब तक दोनों भाइयो ने मिलकर 4 बुक्स लिखी है और ये चारो ही बुक्स न्यू यॉर्क टाइम्स की बेस्ट सेलर्स रही है. 

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(Hindi) The Richest Man in Babylon

(Hindi) The Richest Man in Babylon

“ये बुक फाईनेंशियल एडवाइस की सबसे फेमस स्टोरी पर बेस्ड है. इस बुक के आईडियाज वाकई में इफेक्टिव है और आज की प्रेजेंट लाइफ में उतने ही काम के है. इसमें एनशियेंट बेबीलोन के बारे में एक स्टोरी है. स्टोरी का मेन थीम है मनी मैनेजमेंट के 7 बेसिक प्रिंसिपल को इस तरीके से समझाना ताकि ये ईजिली सबकी समझ में आ सके

1.    हम इस बुक से क्या सीखेंगे?

•    एक बैटर फ्यूचर के लिए अपनी टोटल अर्निंग का कम से कम 10% किसी इन्वेस्टमेंट फंड में सेव करे 
    
•    जो 90% आपके पास बचता है उसमे गुज़ारा करे और हो सके तो उसमे भी कुछ सेविंग करे. 

•    आपके पास जो भी कैपिटल है उसे ऐसे प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्ट करे जिसका कम्पाउंड इंट्रेस्ट मिलता रहे और आपकी सेफ, स्टीडी इनकम होती रहे, 

•    उन्ही जगहों पर इन्वेस्ट करे जिनकी आपको अच्छी नॉलेज हो या फिर इस मामले में उन लोगो की हेल्प ले जिन्हें इन्वेस्टमेंट का बैटर एक्स्पीरियेंश हो. 

•    खुद का घर ले जिससे हर महीने रेंट के पैसे सेव हो सके. 

•    रियलिस्ट इंश्योरेंश प्रोग्राम ले.
 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए? 

हर उस इंसान जो एक इफेक्टिव फाईनेंशिय्ल एडवाईज चाहता है और जिसे मनी मेकिंग लॉ के बारे में सीखना है, इस बुक के 7 बेसिक प्रिंसिपल बेहद इफेक्टिव और टाइम लेस है. ये उतने ही कारगर है जितने की पहले थे. अगर आप भी पैसे की तंगी से जूझ रहे है तो एक बार एक बुक ज़रूर पढके देखे. 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है?

7 नवंबर, 1874 में लूजियाना मिसोरी में जन्मे ज्योर्ज एस. क्लासन एक अमेरिकन ऑथर थे. उनकी ये मोस्ट फेमस बुक 1926 में फर्स्ट टाइम पब्लिश हुई थी. उन्होंने फाईनेंशिय्ल सक्सेस अचीव करने के लिए इन्फोरमेशनल पैम्फलेट लिखकर अपने राइटिंग करियर की शुरुवात की थी जिसमे उन्होंने एनशियेंट बेबीलोन के पैराब्लस यूज़ किये थे, बैंक और इंश्योरेस कंपनीज उनके पैराब्लस को डिस्ट्रीब्यूट करती थी जिन्हें बाद में एक बुक के तौर पर कम्पाइल्ड किया गया. ज्योर्ज एस. क्लासन ने अमेरिकन स्पेनिश वार के दौरान यू.एस. आर्मी को सर्व किया था.

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(Hindi) The One Minute Manager

(Hindi) The One Minute Manager

“क्या आप जानना चाहंगे कि लोगो को कैसे इफेक्टिव तरीके से मैनेज किया जाय? क्या आपको भी एक इफेक्टिव मैनेजर बनना है? क्या आप ऐसे तरीको के बारे में जानना चाहते है जिससे आप अपने ग्रुप में प्रोडक्टीविटी और हैप्पीनेस ला सके? आप बिलीव नहीं करेंगे लेकिन आप एक मिनट में ये कर सकते है. सबसे पहले आपको गोल सेट करने के लिए एक मिनट चाहिए. सेकंडली आपको प्रेज़िंग करने के लिए भी एक ही मिनट लगेगा. थर्ड बात ये कि आपको रेप्रिमेंड के लिए भी एक मिनट लगेगा. और अगर आप ये सब फोलो करते है तो यकीन मानो ना सिर्फ आपका ग्रुप खुश रहेगा बल्कि अपनी बेस्ट परफोर्मेंस भी देगा. अगर आप एक मैनेजर है या बनना चाहते है तो यही टाइम है अपने फ्रेम ऑफ़ माइंड चेंज करने का. इस बुक से जो कुछ आप सीखने वाले है उस पर गौर करे और फिर अप्लाई करे. कोई भी इस वन मिनट बुक से सीख सकता है फिर चाहे वो एम्प्लोयी हो, पेरेंट्स हो या टीचर या लवर्स हो.

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे?

वन मिनट मैनेजर आपको अपनी लाइफ इफेक्टिव तरीके से जीना सिखाती है, जिससे आपकी प्रोडक्टीविटी इनक्रीज होती है और आप अपने वर्क प्लेस और फेमिली लाइफ में हैप्पीनेस ला सकते है.

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?

जैसा कि हमने मेंशन किया है कि ये बुक आपको इफेक्टिव तरीके से लाइफ जीना सिखाती है तो इसलिए हर वो इंसान चाहे वो बिजनेसमेन हो या वर्किंग पर्सन, कोई स्टूडेंट हो या कोई हाउस वाइफ सबको ये बुक पढनी चाहिए. अपनी लाइफ के वन मिनट गोल्स सेट करके उन्हें अचीव करो, अपने एम्प्लोईज और फेमिली को वन मिनट प्रेजिंग दो. जब किसी इंसान को उसकी परफोर्मेंस के उपर एक रेगुलर फीडबैक मिलता है तो उसके इम्प्रूवमेंट के चांसेस बड जाते है और यही वन मिनट का गोल है. 

    
3.    इस बुक के ऑथर कौन है ?

 

कैनेथ एच ब्लेंचार्ड और स्पेंसर जॉनसन ने मिलकर ये सेल्फ हेल्प मोटीवेशनल बुक लिखी है जो 1982 में फर्स्ट टाइम यूनाईटेड स्टेट्स में पब्लिश्ड की गयी थी. बाद में इसका एक सिक्वेल” लीडरशिप एंड वन मिनट मैनेजर भी निकाला गया था. 

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(Hindi) Quiet: The Power of Introverts in a World That Can’t Stop Talking

(Hindi) Quiet: The Power of Introverts in a World That Can’t Stop Talking

“सोसाटी ने हमेशा ही इंट्रोवर्ट लोगो को अंडरएस्टीमेट किया है लेकिन उनके अंदर का टेलेंट बहुत कम लोग ही देख पाते है. इस बुक में ऐसे ही कुछ इंट्रोवर्ट लोगो की स्टोरीज है जिन्होंने अपने कैलिबर और टेलेंट से अपना लोहा मनवाया है. इंट्रोवर्ट लोगो की सबसे बड़ी स्पेशिलीटी यही है कि ये लोग एक्सोव्र्ट्स के एकदम अपोजिट चुपचाप अपना काम करते रहते है और उन्हें लाइम लाईट में रहने का कोई शौक नहीं होता. 

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे?

इंट्रोवर्ट्स एंटी-सोशल नहीं होते.उन्हें भी लोगो के साथ घूमना फिरना पसंद होता है मगर एक्सत्रोवर्ट्स से थोडा डिफरेंट वे में. वेस्टर्न कल्चर एक्स्त्रोवर्जन को फेवर करता है.ऐसे कल्चर में जहाँ सक्सेसफुल होने के लिए एक्स्पेक्ट किया जाता है कि आपको हाइली एनरजेटिक और सोशियेबल होना चाहिए वहां इंट्रोवर्ट्स होना काफी चेलेंजिंग होता है. अब एक्जाम्पल के लिए जापान में मैक्सीमम लोग इंट्रोवर्ट होते है लेकिन उनके जैसे हार्ड वर्किंग और इनोवेटिव लोग और कहीं नहीं मिलेंगे. 

 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?

जैसा कि नाम से ही पता चलता है, ये बुक हर इंट्रोवर्ट को डेफिनेटली पढनी चाहिए और उन लोगो को भी जिनके फ्रेंड्स या फेमिली में कोई इंट्रोवर्ट है ताकि आप इस बुक को पढकर उन्हें और बैटर ढंग से समझ सके, उनके अंदर छुपे टेलेंट को बाहर आने में हेल्प कर सके.

3.    इस बुक के ऑथर कौन है ? 

 

इस बेस्ट सेलर बुक की ऑथर सुजेन कैन खुद पब्लिक स्पीकिंग में प्रोब्लम्स फेस करती थी. वो प्रिंसटोन यूनिवरसिटी से ग्रेजुएट है और बाद में वो लॉयर बनी. उनका जन्म 20 ,मार्च 1968 में हुआ था. ये हाईली रेकमंडेड बुक आपको एक इंट्रोवर्ट की नज़र से इस दुनिया को देखने का मौका देती है. 

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(Hindi) F.U. Money: Make As Much Money As You Damn Well Want And Live Your LIfe As YOu Damn Well Please!

(Hindi) F.U. Money: Make As Much Money As You Damn Well Want And Live Your LIfe As YOu Damn Well Please!

“क्या आप रेट रेस से तंग आ चुके है, क्या आप भी यही सोचते है कि काश ज्यादा पैसा और ज्यादा टाइम होता, क्या आप अब और वर्क नहीं करना चाहते? अगर आपका जवाब हाँ है तो कुछ मत सोचो, बस एफ.यू. मनी एक बार पढके देखो आपको अपने सारे सवालो का जवाब मिल जाएगा. 

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे? 

ये बुक आपको सिखाएगी कि एक कम्प्लीट लाइफ जीने का ड्रीम सच हो सकता है अगर आप पैसे के पीछे ना भागकर पैसे को अपने पीछे भगाए तो. जो कम्फर्ट, लक्जरी आप अपनी लाइफ से चाहते है वो सब आपका हो सकता है. 

 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए? 

 

हर वो इंसान जो एक कम्फर्टबल, ल्क्ज्यूरिय्स लाइफ जीना चाहता है और वो भी पैसे की परवाह किये वगैर. एफ.यू. मनी आपको पैसे कमाने के ऐसे बेहतरीन तरीको के बारे में बताएगी जो आपने सोचे भी नहीं होंगे. तो सोच क्या रहे है? आज ही ये बुक खरीदो और अपनी लाइफ को एक यू टर्न दो. 

 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है? 

 

इंटरनेशल एंटप्रेन्योर, बेस्ट सेलर ऑथर और एक सेल्फ मेड मल्टी मिलेनियर डैन लोक ने ये बुक लिखी है. वो एक चाइनीज़ केनेडियन बिजनेस मेग्नेट है जो 24 नवंबर, 1981 में पैदा हुए थे. वो डिफरेंट बिजनेस वेंचर वाली 15 कंपनीज में को-फाउंडर या पार्टनर भी है. ये कंपनीज लक्जरी गुड्स, डिजिटल मार्केटिंग और एजुकेशन इंडस्ट्रीज में डील करती है. 

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(Hindi) Eat That Frog!: 21 Great Ways to Stop Procrastinating and Get More Done in Less Time

(Hindi) Eat That Frog!: 21 Great Ways to Stop Procrastinating and Get More Done in Less Time

“एक ओल्ड कहावत है कि सुबह उठके सबसे पहले एक जिंदा फ्रॉग खाना चाहिए. बेशक ये सुनने में थोडा अजीब लगे लेकिन इसका मीनिंग बहुत डीप है यानी कि अपने मोस्ट चेलेंजिंग टास्क के लिए हर रोज़ रेडी रहे. अपने हर दिन को इस तरह ओर्गेनाइज़ करना सीखे कि आप मुश्किल से मुश्किल टास्क भी एफिशिएंट और इफेक्टिव तरीके से पूरा कर पाए और यही इस बुक का गोल है. ये बुक आपको सिखाती है कि अपने मोस्ट इम्पोर्टेंट और लीस्ट इम्पोर्टेंट के बीच बेलेंस कैसे क्रिएट किया जाए. 

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे? 

ईट देट फ्रॉग एक लाइफ चेंजिंग बुक है. हर वो इंसान जिसे आज का काम टालने की हैबिट है, ये बुक उसके बड़े काम की है. ये बुक आपको टालमटोल की आदत को दूर करके सेल्फ- डिसप्लीन सिखाती है. अगर आपके पास कई सारे टास्क है तो सबसे चलेंजिंग और मोस्ट डिफिकल्ट टास्क से शुरवात करे. आपके आईडिया जब तक एक्शन नहीं बन जाते, किसी काम के नहीं है इसलिए जो भी करना है अभी करे. 

2.    किस किसको ये बुक पढनी चाहिए? 

अगर आपको किसी स्किल में मास्टरिंग करनी है लेकिन आपको आज का काम कल पर टालने की आदत है तो ये बुक ज़रूर पढ़िए. इस बुक आपको एंकरेज करती है. इस बुक को पढकर आप अपने करियर में ग्रो कर सकते है, अपना बिजनेस इनक्रीज कर सकते है और खुद के साथ-साथ दूसरो की लाइफ में भी इम्प्रूवमेंट ला सकते है.

 

3.    इस बुक केऑथर कौन है?

5 जनवरी, 1944 में पैदा हुए ब्राइन ट्रेसी एक केनेडीयन अमेरिकन मोटिवेशन स्पीकर और सेल्फ डेवलपमेंट ऑथर है. वो अब 70 से भी ज्यादा बुक्स लिख चुके है जिन्हें एक डोजन से भी ज्यादा लेंगुवेजेस में ट्रांसलेट किया जा चूका है. ईट देट फ्रॉग के अलावा उनकी मोस्ट पोपुलर बुक्स है “अर्न व्हट यू आर रियली वर्थ” और “साइकोलोजी ऑफ़ अचीवमेंट”. ब्राइन ट्रेसी अपनी खुद की कंपनी ब्राइन इंटरनेशल के सीईओ और चेयरमेन भी है.

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(Hindi) The $100 Startup

(Hindi) The $100 Startup

“100 डॉलर स्टार्टअप बुक आपको सिखाएगी कि एक एडवेंचरफुल, मीनिंगफुल और पर्पजफुल लाइफ कैसे जी सकते है- इस बुक के ऑथर 175 से भी ज्यादा कंट्रीज घूम चुके है. वैसे उनकी कभी कोई रियल जॉब नहीं रही फिर भी उन्हें रेगुलर पे चेक मिलते है क्योंकि उनके पास अपने आईडियाज को इनकम में टर्न करने का जो टेलेंट है वो इस बुक को पढने के बाद आप भी सीख सकते है. 

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे? 

पैसा कमाना बड़े सब्र का काम है, एक दिन में कोई रिच नहीं बन जाता. ये बुक आपको बताएगी कि कम पैसे में एक छोटा बिजनेस शुरू करके कैसे उसे धीरे-धीरे बड़ा बनाया जा सकता है. और इसके लिय आपको किसी एक्सपर्ट एडवाईज नहीं लेनी पड़ेगी, बस इस बुक में दिए आईडियाज को रियल लाइफ में अप्लाई करके आप भी एक सक्सेसफुल बिजनेस चला सकते है.

 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए? 

 

हर वो इंसान जो पैसे कमाने के साथ-साथ एक क्वालिटी लाइफ जीने की चाह रखता है उसे ये बुक एक बार ज़रूर पढनी चाहिए. ये बुक आपको सिखायेगी कि कैसे आपका बिजनेस आपके लिए पैसे कमा सकता है ताकि आप वो सब कर सके जो आप हमेशा से करना चाहते थे. 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है? 

100 डॉलर स्टार्ट अप बुक के राइटर क्रिस गुलीब्यू एक अमेरिकन ऑथर, ब्लोगर और स्पीकर है. उनका ब्लॉग” द आर्ट ऑफ़ नॉन- कांफोर्मेटी काफी फेमस रहा है. उन्होंने अनकन्वेशनल गाइड के अंडर कई सारी ट्रेवल और स्माल बिजनेस रिलेटेड बुक्स लिखी है. हर साल पोर्टलैंड, ऑरेगोन में वो अपना एनुअल वर्ल्ड डोमिनेशन समिट ओर्गेनाईज करते है. वो 4 अप्रैल, 1978 यू.एस. ए में पैदा हुए थे. 

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(Hindi) When Breath Becomes Air

(Hindi) When Breath Becomes Air

“कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से जूझता इंसान अपने आख़री पलो को किस तरह जीना चाहेगा ? उसके मन में किस तरह की बाते होंगी? वो इन पलो को अपने करीबी लोगो के साथ किस तरह बिताना चाहेगा? इन सब सवालों का जवाब तो वो ही इन्सान दे सकता है जो मौत के बेहद करीब हो. व्हेन ब्रीथ बिकम्स एयर में कुछ ऐसे ही इमोशनल सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश की गयी है. 

 

1.    इस बुक से हम क्या सीखेंगे?

ये बुक एक रियल स्टोरी पर बेस्ड है. इमोशंस और ट्रेजेडी की मिलीजुली स्टोरी है ये किताब जो आपके दिल को छु जायेगी और बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर देगी. 

 

2.    ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?

अगर आप अपनी लाइफ की छोटी मोटी परेशानियों से घबराते है तो इस बुक को एक बार पढ़ के देखे, राइटर अपनी जिंदगी के सबसे मुश्किल दौर से गुजरते हुए दुनिया को क्या संदेश दे रहा है., ये सब आपको इस बुक में मिलेगा. किसी और की लाइफ के रियल एक्सपिरियेंश हमे भी बहुत सीखने का मौका देते है. 

 

3.    इस बुक के ऑथर कौन है? 

पॉल सुधीर अरुण कलानिथी 1 अप्रैल, 1977 को पैदा हुए थे. वो एक इंडो-अमेरिकन न्यूरोसर्जन और राइटर थे जो अपनी आखिरी सांस तक लंग कैंसर से लड़ते रहे. अपनी इस मेंमोइर में उन्होंने अपने परिवार, वाइफ और फेमिली लाइफ को डिसक्राइब किया है. ये बेहद दुःख की बात है कि बहुत कम उम्र में ही एक टेलेंटेड न्यूरो सर्जन और एक फाइन ह्यूमन बीइंग इस दुनिया को अलविदा कह गया लेकिन अपनी इस किताब के थ्रू वो हमेशा अपने चाहने वालो के दिल में रहेंगे.

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