“बच्चो को फाईनेंशियल एजुकेशन स्कूल में नहीं बल्कि घर में दी जानी चाहिए. स्कूल और यूनिवरसिटीज़में अभी करिकुलर्समें फाईनेंशियल एड्जुकेश को उतनी इम्पोर्टेंस नहीं मिलती है जितनी कि मिलनी चाहिए वो भी तब जबकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे एजुकेशन लेने यहाँ आते है. ये बुक फाईनेंशियल एक्सपीरिएंस देगी जिसके बारे में आपने स्कूल में थोडा बहुत या ना के बराबर पढ़ा है.
1. इस बुक से हम क्या सीखेंगे?
आज सिर्फ कॉलेज की डिग्री हाथ में लेकर आप पैसे नहीं कमा सकते इसके लिए फाईनेंशिय्ल नॉलेज का होना भी ज़रूरी है. आज ज़रूरत है कि स्कूल कॉलेज में ऐसे स्ब्ज्केट्स पढाये जाए जो स्टूडेंट्स को फ़ूड चेन के टॉप तक लेकर जाए. क्योंकि लाइफ में थ्योरीकल नॉलेज से काम नही चलता आपको प्रेक्टिकल नॉलेज भी चाहिए जो आप रियल लाइफ में अप्लाई कर सके.
2. ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?
ये बुक स्टूडेंट्स को स्पेशली जरूर पढनी चाहिए जिससे उन्हे फाईनेंश और इन्वेस्टमेंट जैसे स्ब्ज्केट्स पर बैटर नॉलेज मिल सके. इसके अलावा जो लोग बिजनेस में इन्वोल्व है ये बुक उनके भी बड़े काम की है क्योंकि इसमें प्रॉफिट, एम्प्लोईमेंट, लोन और इन्वेस्टमेंट पर कुछ बेहतरीन आईडियाज और टिप्स दिए गए है.
3. इस बुक के ऑथर कौन है ?
रोबर्ट टोरू कियोसाकी एक अमेरिकन बिजनेसमेन और ऑथर है, उनका जन्म 8, अप्रेल, 1947 को हुआ था. कियोसाकी रिच ग्लोबल एलएल सी और रिच डैड कंपनी के फाउंडर है जो बुक्स और वीडियोज के थ्रू लोगो को पर्सनल फाइनेंस और बिजनेस एजुकेशन प्रोवाइड कराती है. कंपनी का मेन रेवेन्यू सोर्स रिच डैड की फ्रेंचाइजी सेमिनार्स है जोकि इंडीपेंडेंट लोग कियोसाकी का ब्रांड नेम यूज़ करके कंपनी को फ़ीस के तौर पर देते है. कियोसाकी ने अब तक 26 से भी ज्यादा मोटीवेशनल सेल्फ हेल्प बुक्स लिखी है जिनमे से रिच डैड पूअर डैड और व्हाई ए स्टूडेंट वर्क्स फॉर सी स्टूडेंट” काफी पोपुलर बुक्स है.