क्या आपने कभी ये सोचा है कि इतने सालों बाद भी गरीब देश आज तक गरीब क्यों हैं? गरीब देशों में सड़क, स्कूल, हॉस्पिटल वगैरह बनाने के लिए इतना सारा पैसा खर्च किया जाता है फिर भी ये देश आगे नहीं बढ़ पाते. कई ऑर्गेनाईजेशन बड़े और महँगे मॉडर्न प्रोजेक्ट्स पर ज़ोर देते हैं पर इसके बावजूद ये सब इनइफेक्टिव साबित होता है. इसके पीछे क्या कारण हो सकता है? गरीब देशों को अमीर बनाने में मदद करने के लिए और ज्यादा इफेक्टि अप्रोच क्या है? गरीबी दूर करने का उपाय क्या है? आप ये सब इस समरी में जानेंगे.
ये समरी किसे पढ़नी चाहिए?
* सोशल साइंस के स्टूडेंट्स
* जो लोग लीडर और पॉलिटिशियन बनना चाहते हैं
* नॉन-गवर्नमेंट organization
ऑथर के बारे में
क्लेटन एम. क्रिस्टनसन हार्वर्ड में प्रोफ़ेसर और बिजनेस कंसलटेंट हैं. उन्होंने ‘डिसरप्टिव इनोवेशन’ का कॉन्सेप्ट डेवलप किया है. द इकोनॉमिस्ट ने क्रिस्टनसन को "द मोस्ट influential मैनेजमेंट थिंकर ऑफ़ हिज़ टाइम" का ख़िताब दिया है. उन्होंने ‘इनोवेटर्स डिलेमा’ भी लिखी है जो बेस्ट सेलिंग बुक रही है.