आप तीस मिनट में क्या कर सकते हैं? एक झपकी ले सकते हैं? कुछ खा सकते हैं? सोशल मीडिया ब्राउज़ कर सकते हैं? एक दिन में चौबीस घंटे होते हैं। पूरे दिन में आधा घंटा कुछ भी नहीं है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपनी ज़िंदगी बदलने के लिए आपको बस तीस मिनट ही चाहिए? सिर्फ तीस मिनट निकालकर, आप और ज़्यादा प्यार, खुशियाँ, सेल्फ-फुलफिल्मेंट और सक्सेस पा सकते हैं। आप पहले से कहीं ज़्यादा प्रोडक्टिव बनकर और पर्पस से भरा जीवन जी सकते हैं। ये समरी आपको आधे घंटे की ताकत दिखाएगी, जिसे जानकर आप दंग रह जाएँगे।
ये समरी किसे पढ़नी चाहिए?
* जिन लोगों को काम को टालने की आदत है
* जो लोग ज़्यादा प्रोडक्टिव बनना चाहते हैं
* जिन्हें मोटिवेशन और इंस्पिरेशन की ज़रुरत है
ऑथर के बारे में
टॉमी बार्नेट एक पादरी, उपदेशक और एक कम्युनिटी लीडर हैं। वो एरिज़ोना में ‘फ़ीनिक्स फर्स्ट असेंबली ऑफ़ गॉड’ के सीनियर पादरी हैं। उपदेश देने के अलावा, टॉमी दूसरी कम्युनिटी के लीडर्स को चर्च को आगे बढ़ाने और ज़्यादा लोगों से जोड़ने में मदद करते हैं। वो एक जाने माने पब्लिक स्पीकर भी हैं।
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