by Arthur Conan Doyle
शरलॉक होम्ज़ ने कहा “एक क्रिमिनल एक्सपर्ट के पॉइंट ऑफ़ व्यू से अगर देखें तो प्रोफेसर मोरीआर्टि की मौत के बाद लंदन बड़ा बोरिंग सा शहर हो गया है” “
“मुझे नहीं लगता कि इस शहर का कोई शरीफ नागरिक तुम्हारी इस बात से इत्तेफाक रखता होगा” मैंने शरलॉक की बात का जवाब दिया
शरलॉक ब्रेकफ़ास्ट टेबल से उठते हुए अपनी कुर्सी खिसकाते हुए मुस्कुराया और बोला “वेल, वेल, मैं सेल्फिश नहीं बनना चाहता. बेशक जनता का भला हुआ है, सिवाए उन बेचारों के जो आउट ऑफ़ वर्क हो गए है, उनका धंधा-पानी तो बंद हो गया है. जब तक वो आदमी एक्टिव था, सुबह के अखबार खबरों से भरे रहते थे. बेशक कहीं कोई डिटेल्स नहीं होती थी, पर मेरे लिए एक छोटा सा हिंट ही काफी था ये समझने के लिए कि इस कांड के पीछे भी जरूर उसका ही शैतानी दिमाग होगा, मुझे उसके कारनामो की खबर एक छोटे से क्लू से ही मिल जाती थी. कहीं लूट-पाट का मामला हो या खून-खराबा या फिर बेमतलब का दंगा-फसाद—सब उसी आदमी की कारस्तानी थी. शहर में होने वाले हर जुर्म के तार उससे जुड़े रहते थे. जुर्म की दुनिया का वो बेताज बादशाह था और उस हाई प्रोफाइल साइंटिस्ट को यूरोप के किसी और शहर में अपने पैर ज़माने का वो मौका नहीं मिलता जो उसे लंदन में मिला था. पर अब——” होम्ज़ ने ऐसे नाटकीय ढंग से अपने कंधे उचकाए कि मुझे हंसी आ गई.
मैं जिस वक्त की बात कर रहा हूँ, तब होम्ज़ कुछ महीनों के लिए लंदन लौटा था, और मैं उसकी रिक्वेस्ट पर अपनी प्रैक्टिस बेचकर बेकर स्ट्रीट वाले घर में वापस उसके साथ रहने आ गया था. वर्नर नाम के एक नौजवान डॉक्टर ने मेरा केंसिंग्टन वाला छोटा सा क्लिनिक खरीद लिया था और वो भी उस कीमत पर जितनी कि मैं मांगने की सोच भी नहीं सकता था—खैर बाद में कुछ सालों बाद मुझे पता चला कि वो डॉक्टर होम्ज़ का दूर का रिश्तेदार लगता था और मेरे दोस्त ने ही सारे पैसे का इंतजाम किया था.
हमारी इतने महीनों की पार्टनरशिप यूं ही बेकार नहीं गई, जैसा कि होम्ज़ को लग रहा था, क्योंकि जब मैंने अपने नोट्स पर नज़र डाली तो पाया कि उस दौरान हमने कई बड़े-बड़े केस सोल्व किये थे जिनमे एक्स-प्रेजिडेंट मुरिलो का केस था और डच स्टीमशिप फ्राइजलैंड (FRIESLAND) का वो सनसनीखेज केस भी शामिल था जिसके चक्कर में हम मरते-मरते बचे थे. पर जब भी पब्लिक से वाह-वाही बटोरने की बात होती, होम्ज़ का ठंडा और घमंडी रवैया आड़े आ जाता. उसने मुझे सख्ती से मना करते हुए बोल रखा था कि मैं उसके बारे में या उसके तरीकों और सक्सेसफुल केसेज के बारे में किसी से भी चर्चा ना करूँ.—जैसा कि मैंने पहले भी बताया था, मुझ पर एक तरह से पाबंदी लगी थी जो उसने कुछ वक्त पहले ही हटाई थी.
खैर इस बेतुकी बहस के बाद शरलॉक अपनी कुर्सी पर पीठ टिकाकर बैठते हुए सुबह का अखबार फोल्ड कर ही रहा था कि हमारा नौकर दरवाजे की तरफ भागा, कोई दरवाजे पर खड़ा घंटी पर घंटी बजाये जा रहा था, फिर जोर-जोर से दरवाजा पीटने की आवाज़े आई ऐसा लगा कोई दरवाजे पर मुक्के बरसा रहा हो. दरवाजा खुलते ही ऐसा लगा कोई सीढियों पर कोई भागता हुआ ऊपर चढ़ा है और उसके एक मिनट बाद ही एक बदहवास नौजवान कमरे में घुस आया. उसका चेहरा डर के मारे पीला पड़ा हुआ था, और सांस फूल रही थी. उस वक्त उसे देखकर लग रहा था जैसे वो अपने होशो-हवास में नहीं है. उसने मुझे और शरलॉक को बारी-बारी से देखा और फिर तुरंत ही उसके चेहरे पर यूं अचानक से कमरे में घुस आने के लिए शर्मिंदगी के भाव नजर आये.
उसने बड़ी ही दर्द भरी आवाज़ में माफ़ी मांगते हुए कहा” मैं माफ़ी चाहता हूँ मिस्टर होम्ज़. पर क्या करूँ, मैं एक बदनसीब इंसान हूँ और बहुत मजबूर होकर आपके पास आया हूँ. मेरा नाम जॉन हेक्टर मैकफ़ार्लेन (John Hector McFarlane) है”
उसने ऐसे बोला जैसे कि हमें सिर्फ उसका नाम सुनकर ही पता चल जाएगा कि वो कौन है और किस काम से आया है. पर शरलॉक के देखते ही मुझे पता चल गया था उसे उस आदमी के नाम से कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि ना तो आज से पहले उसने भी मेरी तरह ये नाम पहले कभी नहीं सुना था.
शरलॉक उसकी तरफ सिगरेट केस बढ़ाते हुए बड़े आराम से बोला “सिगरेट लीजिए मिस्टर मैकफ़ार्लेन . मुझे यकीन है की आपकी ऐसी हालत देखकर मेरे दोस्त डॉक्टर वॉटसन आपको कोई सीडेटिव लिखकर दे देंगे. पिछले कुछ दिनों से मौसम अचानक बड़ा गर्म हो गया है. अब, अगर आप थोड़े शांत हो गए है तो प्लीज़ आराम से बैठ जाइए और आराम से बैठकर बताइए कि आप कौन है और हमसे क्या चाहते है. आपने अपना नाम ऐसे बताया जैसे कि मैं आपको जानता हूँ लेकिन आपको देखकर इतना जरूर कह सकता हूँ कि आप अभी तक कुंवारे है, एक लॉयर और फ्रीमेसन है और अस्थमा के मरीज भी है, इसके अलावा मैं आपके बारे में और कुछ नहीं जनता”
अब जैसा कि मैं अपने दोस्त शरलॉक के तौर-तरीको से अच्छी तरह वाकिफ था तो मैं भी उसकी तरह उस आदमी को ओब्ज़ेर्व करने से खुद को रोक नहीं पाया. उसके कपड़ो पर पड़ी हुई सिलवटें, उसके हाथ में कानूनी दस्तावेजो का बंडल, wrist वॉच से लटकती हुई चेन और उसकी फूली हुई सांस देखकर होम्ज़ की observation एकदम सच लग रही थी.
“जी हाँ मिस्टर होम्ज़ आपकी सारी बाते सच है पर एक बड़ा सच ये भी है कि इस वक्त मैं लंदन का सबसे बदनसीब इंसान हूँ. भगवान के लिए इंकार मत कीजियेगा मिस्टर होम्ज़! मैं बड़ी उम्मीद लेकर आपके पास आया हूँ. मेरी बात पूरी होने से पहले अगर वो लोग मुझे गिरफ्तार कर ले तो प्लीज़ मुझे इतनी मोहलत दे देना कि मैं आपको अपनी सच्चाई बता सकूं. अगर आप मेरा साथ देंगे तो फिर मुझे कोई गम नहीं है बेशक वो लोग मुझे फांसी के फंदे पर लटका दे”
होम्ज़ हैरानी से बोला “आपको गिरफ्तार किया जा रहा है! ये तो बड़ा दिलचस्प मामला लगता है. वैसे आपको किस ईल्जाम में गिरफ्तार किया जा रहा है?’
“मुझ पर लोअर नॉरवुड के मिस्टर जोनस ओल्डेकर के कत्ल का ईल्ज़ाम लगा है”
मेरे साथी के चेहरे पर एक हमदर्दी की झलक दिखी जिसमे एक तरह की तस्सली भी शामिल थी.
शरलॉक बोला “ओह माई गॉड, क्या इत्तेफाक है! आज सुबह ही नाश्ते के वक्त मैं अपने दोस्त डॉक्टर वॉटसन से शिकायत कर रहा था कि आजकल अखबारों में सनसनीख़ेज़ खबरे आती ही नहीं है”
हमारे उस मेहमान ने कांपते हुए हाथो से शरलॉक के घुटनों पर रखा हुआ सुबह का अखबार” डेली टेलीग्राफ” उठाया और बोला.
“आपने भी अब तक खबर पढ़ ली होगी तो शायद आप समझ ही गए होंगे कि मैं क्यों सुबह-सुबह आपके पास आया हूँ. मुझे ऐसा लग रहा जैसे आज लंदन में हर किसी की जुबान पर मेरी ही बदनसीबी के चर्चे है.
उसने अख़बार का सेंट्रल पेज खोलते हुए दिखाया” ये देखिए, आपकी ईजाजत हो तो मैं इसे पढ़कर सुनाता हूँ. ये सुनिए मिस्टर होम्ज़, ये रही हेडलाइन: लोअर नॉरवुड में एक रहस्यमय कत्ल. एक जाने-माने बिल्डर की गुमशुदगी का मामला. कत्ल और आगजनी का मामला.कातिल के बारे में एक सुराग”
ये है वो सुराग जिसका पीछा वो कर रहे हैं मिस्टर होम्ज़, और मैं जानता हूँ कि वो लोग मेरे ही पीछे पड़े है. लंदन ब्रिज स्टेशन से मेरा पीछा किया जा रहा है, वो लोग बस वारंट का इंतज़ार कर रहे है ताकि मुझे गिरफ्तार कर सके. अगर मैं गिरफ्तार हो गया तो मेरी माँ को बहुत सदमा लगेगा —बहुत बड़ा सदमा!”
वो बहुत परेशान लग रहा था. अपने हाथो को कसकर निचोड़ते हुए वो कुर्सी पर बैठा आगे-पीछे झूल रहा था.
Puri Kahaani Sune...