by Arthur Conan Doyle
शर्लाक होम्स ने द डेली टेलीग्राफ के एडवरटाइस्मेंट के पन्नों को अलग करते हुए मुझसे कहा- " पता है वॉटसन, जो लोग आर्ट को आर्ट समझ कर प्यार करते है, वे इसके साधारण और कमज़ोर पहलूओं में भी अपना मनोरंजन ढूंढ लेते है. मुझे ये देखकर ख़ुशी होती है कि तुम भी इस सच्च्चाई को मान चुके हो. हमारे छोटे-मोटे मामलों के बारे में तुमने बहुत बढ़िया ढंग से लिखा है, कुछ को तो काफी सजा-सँवार कर भी लिखा है. ख़ास और फेमस मामलों से ज़्यादा तुमने उन केसस को इम्पोर्टेंस दी है जो थे तो छोटे पर जिनमें काफी सोचने-समझने की और दिमाग लगाने की ज़रूरत पड़ी, जो मेरे काम की खासियत हैं."
" फिर भी, इन सब मामलों को सनसनीखेज़ बनाने के दोष से मैं खुद को दूर नहीं कर सकता, " मैंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया.
" शायद तुमसे गलती हुई है," शर्लाक ने चिमटे से सुलगते हुए राख के टुकड़े को उठाया और चेरी की लकड़ी से बने पाइप को सुलगाया. जब भी वो शांत रहकर ध्यान और गहरी सोच में डूबने के बजाय बहस करने के मूड में होता है, तब वो मिट्टी के पाइप को बदल कर इस पाइप का इस्तेमाल करता है. " तुम्हारी गलती ये है कि अपनी कहानी में जान और रंग भरने की कोशिश में तुमने अपने आपको उस काम तक सीमित नहीं रखा जिसका मकसद होता है रीजनिंग और लॉजिक रिकॉर्ड करना, जो असल में किसी भी चीज़ के बारे में गौर करने लायक बात होती है.”
" मुझे तो लगता है मैंने इस मामले में पूरा न्याय किया है," मैंने शेरलॉक को ठन्डे अंदाज़ में जवाब दिया. मैं अपने दोस्त के घमंड भरी बातों से खीझ गया था. उसके ऐसी बातों को मैंने काफी बार नोटिस किया है और उसका घमंड उसके केरैक्टर का अहम् हिस्सा है.
" नहीं, ये खुदगर्ज़ी या घमंडी होने की बात नहीं है," शर्लाक ने मुझसे कहा. जवाब देना तो उसकी आदत थी, मेरे कही गई बातों से ज़्यादा मेरे दिमाग में चल रही बातों का. " अगर मैं अपने आर्ट के लिए पूरे न्याय का दावा करता हूँ तो ये इसलिए है क्योंकि ये पर्सनल नहीं बल्कि एक impersonal चीज़ है, मुझसे भी परे है. क्राइम या अपराध होना तो आम बात है लेकिन लॉजिक मुश्किल से ही मिलती है. इसलिए, तुम्हें लॉजिक पर ध्यान देना चाहिए , न कि क्राइम पर. जो एक पूरा बयान होना चाहिए था तुमने उसे सिर्फ मज़ेदार कहानियाँ बना दी हैं जिससे इनकी इज्ज़त और अहमियत कम हो गई."
स्प्रिंग सीजन शुरू ही हुआ था. एक ठंडी सुबह की बात थी. नाश्ते के बाद, हम बेकर स्ट्रीट के पुराने कमरे में आग के दोनों ओर बैठे हुए थे. दूर लाइन से खड़े हलके ब्राउन घरों के चारों ओर धुंध छा गया था. हमारे टेबल पर अब भी कप्स और प्लेटें पड़ी थी. शर्लाक सुबह से चुप था और न्यूज़पेपर्स के एडवरटाइस्मेंट को एक के बाद एक खंगाल रहा था. उसकी खोज तब ख़त्म हुई जब उसने पेपर में मेरे आर्टिकल को देखा और खामियाँ निकालना शुरू किया. फिर, उसने मुझे बहुत ही कड़वा लेक्चर पिलाया.
फायरप्लेस के आग को ताकते हुए वो अपनी लम्बी सी पाइप को फूंकता रहा, कुछ देर चुप रहने के बाद कहा-" तुम पर उन मामलों को सनसनीखेज़ बना देने का आरोप लगाने पर भी तुम बदलते नहीं हो. जिन मामलों में तुमने इंटरेस्ट दिखाया था, वे ऐसे मामले थे जो क़ानून के नज़रों में जुर्म साबित भी नहीं होते. और, कुछ छोटे मामले जैसे बोहेमिया के किंग का केस, मिस सदरलैंड का वो अजीब केस, उस टेड़े-मेढे होठ वाले शख्स का मामला और वो वाक़या जिसमें मैंने एक अमीर नौजवान की मदद की थी, ये सब ऐसी घटनाएँ थीं जो क़ानून के दायरे में नहीं आते. अब, इन मामलों को लिखते हुए तुम्हें डर था कि ये सनसनी न फैला दें इसलिए तुमने इन्हें बहुत साधारण कहानी जैसा बना दिया.
"कहानी का अंत शायद साधारण बन गए पर मैंने जिन पैंतरों और तरीकों का इस्तेमाल किया है, पढ़ने वालों को वो सब बहुत ही मज़ेदार लगेंगे," मैंने जवाब दिया.
" मेरे प्यारे दोस्त, पब्लिक को इन छोटी-छोटी बातों से क्या मतलब, किसी मामले में कैसे छानबीन हुई, एनालिसिस की बारीकियां और नतीजों पर कैसे पहुंचा गया, इन सब बातों से पब्लिक को कोई लेना देना नहीं है. लेकिन, तुम भी इन ज़रूरी बातों को छोटी और बेकार बात मानते हो तो मैं तुम्हें दोष नहीं दे सकता क्योंकि अब दिलचस्प केस आना तो जैसे अतीत की बात हो गई है . लगता है आदमियों ने खासकर क्रिमिनल्स ने गुनाह करने की ओरिजिनालिटी ही खो दी है. और, जहां तक मेरी इस छोटी सी प्रैक्टिस की बात है, लगता है ये घटकर एक ऐसी एजेंसी बन गई है जो गुम हुए पेंसिल्स को ढूंढने के काम और बोर्डिंग स्कूल की लड़कियों को एडवाइस देने वाली एजेंसी बन कर रह गई है. मुझे लगता है मेरा बहुत ही बुरा वक़्त चल रहा है. आज सुबह मुझे जो लेटर आया है, उससे तो लगता है इससे ज़्यादा बुरा मेरे साथ और कुछ नहीं हो सकता, लो ख़ुद ही पढ़ लो." ये कहकर उसने मुझे एक कुचला हुआ लेटर पकड़ाया.
ये लेटर मोंटेग्यू प्लेस से पिछले ही शाम को लिखी गई थी. इसमें लिखा था -
" डियर मिस्टर होम्स, मुझे गवर्नेस की जॉब मिली है. मुझे इसे एक्सेप्ट करना चाहिए या नहीं, इसके लिए मैं आपसे सलाह लेना चाहती हूँ. अगर आपको कोई तकलीफ न हो तो मैं कल साढ़े-दस बजे आपसे मिलूंगी.
"वायलेट हंटर"
" क्या तुम इस औरत को पहचानते हो? मैंने शर्लाक से पूछा.
" मैं ? नहीं," शर्लाक ने जवाब दिया.
" अभी साढ़े-दस तो बज चुके हैं."
" हाँ, मुझे लग रहा है कि ये घंटी उसी की है."
" क्या पता, ये केस हमारे अंदाज़े से ज़्यादा इंटरेस्टिंग निकले. क्या तुम्हें अफेयर ऑफ़ द ब्लू कारबंकल का केस याद है? शुरू में तो ऐसा लग रहा था कि वो केस गंभीर नहीं है पर बाद में वो एक सीरियस इन्वेस्टीगेशन बन गया था. हो सकता है इस केस में भी ऐसा ही हो" .
" वेल, उम्मीद तो यही है. हमारा शक अभी ख़त्म हो जाएगा. अगर मैं गलत नहीं हूँ तो वो शायद पहुँच गई है," शर्लाक ने कहा.
जैसे ही उसने अपनी बात ख़त्म की, दरवाज़ा खुला और एक यंग औरत अंदर आई .उन्होंने एक सिंपल और साफ़-सुथरी ड्रेस पहन रखी थी. उनके चेहरे पर प्लोवर पक्षी के अंडे जैसे काली झाइयाँ भरी थी और उनकी तेज़ चाल को देखकर ऐसा लगता था जैसे वो दुनिया में अपना रास्ता बनाना जानती है.
" आशा करती हूँ, मेरा इस तरह आकर डिस्टर्ब करना आपको बुरा नहीं लगा होगा," उन्होंने शर्लाक से कहा. शर्लाक उनका स्वागत करने के लिए खड़ा हुआ. " मेरे साथ बहुत अजीब वाक़या हुआ. मेरा इस दुनिया में कोई भी नहीं है, न मेरे माता-पिता है न ही कोई रिश्तेदार जिनसे मैं कोई सलाह ले सकती. मुझे लगा कि शायद आप ही मुझे इस मुश्किल से निकाल सकते है."
" प्लीज आप यहां बैठ जाइये, मिस हंटर. अगर मैं आपके किसी भी काम आ सकूँ तो मुझे बड़ी ख़ुशी होगी.”
मैं देख सकता था कि होम्स मिस हंटर के तौर- तरीके से अच्छा ख़ासा इम्प्रेस हुआ था. उसने मिस हंटर के पहनावे को इस तरह देखा जैसे कुछ ढूंढ रहा हो, फिर शांत होकर नज़रों को नीचे किया . कहानी सुनने को तैयार शर्लाक अपनी उँगलियों को एक दूसरे से जोड़कर बैठ गया.
" मैं पिछले पांच साल से कर्नल स्पेंस मुनरो के यहाँ गवर्नेस का काम कर रही थी, लेकिन दो महीने पहले नोवा स्कोटिया के हैलिफैक्स में उन्हें काम की वजह से जाना पड़ा और वे अपने बच्चों को लेकर अमेरिका चले गए. उस वजह से मेरी जॉब छूट गई. मैंने नौकरी के लिए कई एडवरटाइस्मेंट भी दिए और कई के जवाब भी दिए लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. मैंने जो भी थोड़े बहुत पैसे जमा किए थे, वो भी धीरे-धीरे ख़त्म होने लगे हैं, मेरी कुछ समझ में नहीं आ रहा कि मैं क्या करूँ?"
" वेस्ट एन्ड में गवर्नेस के जॉब के लिए एक जानी मानी एजेंसी- वेस्टवेस है, जहां मैं हफ्ते में एक बार ये देखने जाती थी कि कहीं मेरे लायक कोई जॉब तो नहीं निकली. मिस्टर वेस्टवे इस बिज़नेस के फाउंडर थे लेकिन इसकी पूरी देखरेख मिस स्टॉपर के हाथों में हैं. मिस स्टॉपर का खुद का एक छोटा सा ऑफिस हैं जहाँ वो बैठती हैं. ऑफिस के गलियारे में नौकरी ढूंढ़ने वाली औरतें इंतज़ार करती हैं और फिर उन्हें एक-एक करके मिस स्टॉपर के ऑफिस में भेजा जाता है. फिर मिस स्टॉपर अपने रजिस्टर को चेक करके बताती है कि उनके लायक कोई जॉब निकली हैं या नहीं."
" पिछले हफ्ते जब मैं फिर से वहां गई तो उन्होंने मुझे हमेशा की तरह छोटी ऑफिस के अंदर भेजा लेकिन इस बार मिस स्टॉपर वहाँ अकेली नहीं थी. वहाँ एक छोटे और हट्टे-कट्टे शख्स भी थे जिनका चेहरा हंसमुख सा था. उनकी ठुड्डी भारी सी थी जिसमें इतनी सिलवटें बनी थी कि वो गर्दन के पास लटक रहा था. वो शख्स नाक पर चश्मा पहन कर अंदर आने वाली औरतों को ध्यान से देख रहे थे. जैसे ही मैं कमरे के अंदर गई, वो अपने चेयर में उछल पड़े और फ़ौरन मिस स्टॉपर की तरफ मुड़े.
" यही काफी हैं, इनसे बेहतर कोई नहीं मिल सकती." उस शख्स ने कहा. वो अपने हाथों को मलते हुए बड़े खुश नज़र आ रहे थे. उनकी शख्सियत ऐसी थी कि उन्हें देखकर मुझे ख़ुशी ही हुई थी.
" मिस, क्या आप जॉब की तलाश में है?"
" यस सर."
" गवर्नेस की ?"
" यस सर."
" आपको कितनी सैलरी की उम्मीद है?"
" मेरी पिछली जॉब कर्नल स्पेंस मुनरो के यहाँ थी जहाँ एक महीने की सैलरी चार पाउंड थी."
" कौन इतनी लायक और काबिल औरत को इतने काम पैसे देता है?" उस शख्स ने अपने मोटे-मोटे हाथ को हवा में घुमाते हुए गुस्से में कहा.
" आप जैसा सोच रहे है, मेरी शख्सियत उतनी बड़ी नहीं है सर. मुझे बस थोड़ी सी जर्मन और कुछ फ्रेंच आती है. कुछ म्यूजिक और ड्राइंग भी." मैंने उस शख्स को कहा.
उन्होंने जवाब दिया- " ये मेरा मुद्दा नहीं हैं. मेरा पॉइंट है कि क्या आपकी आदतें और तौर-तरीकें एक तमीज़दार औरत के जैसे हैं या नहीं? कम शब्दों में कहूं तो, अगर आपमें ये गुण नहीं हैं तो आप एक बच्चे की देखभाल करने के लिए फिट नहीं हैं जो शायद बड़ा होकर देश की हिस्ट्री में एक अहम् रोल निभाए. लेकिन, अगर आप लायक है तो कोई भी जेंटलमैन आपको सौ पाउंड की सैलरी से कम कैसे ऑफर कर सकता है? मैडम, मेरे साथ आपकी सैलरी साल के एक सौ पाउंड से शुरू होगी.“
" आप सोच सकते हैं मिस्टर होम्स, मेरे जैसे ज़रूरतमंद को ऐसा ऑफर मिलना इतनी बड़ी बात थी कि मुझे इस पर विश्वास ही नहीं हो रहा था. वो शायद मेरे चेहरे पर ताज्जुब और अविश्वास के भाव को पढ़ चुके थे इसलिए उन्होंने एक पॉकेट बुक निकाला और उसमें से एक नोट लिखा.”
" मेरी आदत ये भी है कि मैं अपने यहां काम करने वाली औरतों को एडवांस में उनकी आधी सैलरी दे देता हूँ ताकि वे अपने आने-जाने और कपड़ों के खर्चे उठा सके", उसने मुस्कुराते हुए कहा, उसकी आखें चमक रही थीं.
फिर, मिस हंटर ने अपनी बात को आगे बढ़ाया.
" मुझे लगा मैं उनके जैसे दयालु और दिलचस्प शख्स से पहले कभी नहीं मिली हूँ. वैसे भी, मैंने कुछ उधार ले रखे थे और इस तरह से एडवांस मिलना मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी. लेकिन, मुझे इस डील में कुछ अजीब सा महसूस हो रहा था जिस वजह से मैं हाँ कहने से पहले उनके बारे में कुछ जानकारी हासिल करन चाहती थी."
इसलिए मैंने उस शख्स से पूछा," क्या मैं जान सकती हूँ आप कहाँ रहते है सर?"
" हैम्पशायर. बहुत ही खूबसूरत गांव का इलाका है कॉपर बीचेस. ये विंचेस्टर के दूसरे छोर से पांच मील की दुरी पर है. ये बहुत ही प्यारा गांव हैं, माई यंग लेडी. यहाँ मेरा एक खूबसूरत सा घर है.
" और मेरी ड्यूटी क्या होगी सर? मुझे आप बता सके तो बड़ी ख़ुशी होगी."
" एक प्यारा सा छ: साल का बच्चा. अगर आप उसे चप्पलों से कॉकरोच को मारते हुए देखेंगीं तो_ , आँख झपकने से पहले ही वो तीन तो मार ही देता है," ऐसा कहकर वो शख्स हँसते-हँसते अपने चेयर पर बैठ गए.
Puri Kahani Sune....