सोसाटी ने हमेशा ही इंट्रोवर्ट लोगो को अंडरएस्टीमेट किया है लेकिन उनके अंदर का टेलेंट बहुत कम लोग ही देख पाते है. इस बुक में ऐसे ही कुछ इंट्रोवर्ट लोगो की स्टोरीज है जिन्होंने अपने कैलिबर और टेलेंट से अपना लोहा मनवाया है. इंट्रोवर्ट लोगो की सबसे बड़ी स्पेशिलीटी यही है कि ये लोग एक्सोव्र्ट्स के एकदम अपोजिट चुपचाप अपना काम करते रहते है और उन्हें लाइम लाईट में रहने का कोई शौक नहीं होता.
1. इस बुक से हम क्या सीखेंगे?
इंट्रोवर्ट्स एंटी-सोशल नहीं होते.उन्हें भी लोगो के साथ घूमना फिरना पसंद होता है मगर एक्सत्रोवर्ट्स से थोडा डिफरेंट वे में. वेस्टर्न कल्चर एक्स्त्रोवर्जन को फेवर करता है.ऐसे कल्चर में जहाँ सक्सेसफुल होने के लिए एक्स्पेक्ट किया जाता है कि आपको हाइली एनरजेटिक और सोशियेबल होना चाहिए वहां इंट्रोवर्ट्स होना काफी चेलेंजिंग होता है. अब एक्जाम्पल के लिए जापान में मैक्सीमम लोग इंट्रोवर्ट होते है लेकिन उनके जैसे हार्ड वर्किंग और इनोवेटिव लोग और कहीं नहीं मिलेंगे.
2. ये बुक किस किसको पढनी चाहिए?
जैसा कि नाम से ही पता चलता है, ये बुक हर इंट्रोवर्ट को डेफिनेटली पढनी चाहिए और उन लोगो को भी जिनके फ्रेंड्स या फेमिली में कोई इंट्रोवर्ट है ताकि आप इस बुक को पढकर उन्हें और बैटर ढंग से समझ सके, उनके अंदर छुपे टेलेंट को बाहर आने में हेल्प कर सके.
3. इस बुक के ऑथर कौन है ?
इस बेस्ट सेलर बुक की ऑथर सुजेन कैन खुद पब्लिक स्पीकिंग में प्रोब्लम्स फेस करती थी. वो प्रिंसटोन यूनिवरसिटी से ग्रेजुएट है और बाद में वो लॉयर बनी. उनका जन्म 20 ,मार्च 1968 में हुआ था. ये हाईली रेकमंडेड बुक आपको एक इंट्रोवर्ट की नज़र से इस दुनिया को देखने का मौका देती है.
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