हर नया एक्सपीरियंस कुछ नया सीखने का मौका होता है। अक्सर कहानियाँ और लोक कथाएँ, हमें इसकी सीख दे जाते हैं। काम के सिलसिले ने सुधा मूर्ती जी को कई अलग-अलग cultures से रूबरू कराया। ये समरी उन्हीं अनुभवों और उनसे सीखे गए सबक का खट्टा-मीठा कलेक्शन है। इसमें आप एजुकेशन, अच्छी आदतें, दया, शुक्रगुज़ार होना जैसी बातों के बारे में जानेंगे।
ऑथर के बारे में
सुधा मूर्ती एक टीचर, राइटर और समाज सेविका हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक इंजिनियर के तौर पर की थी लेकिन 1996 में उनका रुझान समाज सेवा की ओर मुड़ने लगा। सुधा मूर्ती, इनफ़ोसिस फाउंडेशन की को-फाउंडर भी हैं। 2023 में, सुधा मूर्ती को पद्म भूषण जैसे सम्मानित award से नवाज़ा गया है।