क्या आप डेडलाइन मिस करते-करते थक गए हैं? अगर हाँ यह समरी इस प्रॉब्लम का सॉल्यूशन है। सीखिए कि प्रोडक्टिव कैसे बनें और अपना सारा काम पूरा करें। प्रोडक्टिविटी का मतलब सिर्फ़ काम करना नहीं होता है। इसका मतलब सोचना भी होता है। जो लोग सच में प्रोडक्टिव होते हैं वे बिजी शेड्यूल बनाकर दौड़ते नहीं रहते हैं। वह जब किसी इवेंट में जाते हैं तो शांत होकर और प्रिपेयर और ऑर्गनाइज होकर जाते हैं। जानिए की प्रोडक्टिव बनने के लिए क्या करना पड़ता है और अपने लिमिटेड समय का ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल कीजिए। मोटिवेशन के भरोसे रहना बंद कीजिए और एक्शन लीजिए।
यह समरी किसे पढ़नी चाहिए?
• जो लोग काम को टालते रहते हैं
• जो लोग प्रोडक्टिव बनना चाहते हैं
• जो लोग काम करने में बेहतर बनना चाहते हैं
ऑथर के बारे में
मार्क फोर्स्टर एक ऑथर और बिजनेस कोच हैं। उनकी दूसरी बुक्स में “हेल्प यॉरसेल्फ़ गेट एवरीथिंग डन”, “हाउ टू मेक यॉर ड्रीम्स कम ट्रू” और “डू इट टुमॉरो एंड अदर सीक्रेट्स ऑफ़ टाइम मैनेजमेंट” शामिल हैं। मार्क ने पहले ब्रिटिश आर्मी और इंग्लैंड के चर्च में भी काम किया है।