by Arthur Conan Doyle
हमें शाम को मिलने आना स्कॉटलैंड यार्ड के इंस्पेक्टर मिस्टर लेस्ट्रेड के लिए बहुत नई बात नहीं थी और शरलॉक हमेशा उनका स्वागत करता था क्योंकि उन्हीं से शरलॉक को पुलिस हेडक्वार्टर में क्या चल रहा हैं, वो सब पता चलता रहता था. लेस्ट्रेड जो भी न्यूज़ लेकर आते, उसके बदले में, होम्स हमेशा उन केसेस के डिटेल्स पर अपना ध्यान लगाता था जिन केसेस में डिटेक्टिव खुद इन्वॉल्व होते थे, और कभी कभार बिना इंटरफेयर किए होम्स अपने गहरे नॉलेज और एक्सपीरियंस से इशारों- इशारों में सलाह दे देता था.
आज की शाम लेस्ट्रेड ने मौसम और न्यूज़पेपर की बात की थी. फिर वो चुप हो गए और अपना सिगार पीने लगे. होम्स ने उनकी ओर बड़े गौर से देखा.
"आपके हाथ में कोई बढ़िया केस आया हैं?" शरलॉक ने पूछा.
"ओह, नहीं, मिस्टर होम्स, कुछ खास नहीं हैं."
"तब तो मुझे ज़रुर बताइए."
लेस्ट्रेड हँसे.
“वेल, मिस्टर होम्स. मेरे दिमाग में कुछ चल रहा हैं, इस बात से इनकार करने का कोई फायदा नहीं हैं. और फिर भी ये कितना बेतुका सा हैं कि मैं आपको इसके बारे में परेशान करने में हिचकिचा रहा हूँ. दूसरी ओर, ये एक कोई बड़ी केस नहीं हैं, हाँ अजीब ज़रूर हैं, और मुझे पता हैं कि आपको सिर्फ उन मामलों में दिलचस्पी है जो आम नहीं होते. लेकिन मेरी राय में ये हम से ज़्यादा डॉ. वॉटसन की लाइन से जुड़ा हैं.
" किसी बीमारी से ?" मैंने पूछा.
"रोग?" मैंने पूछा.
“पागलपन. वो भी एक अजीब तरह का पागलपन! आपको नहीं लगता होगा कि आज के ज़माने में कोई ऐसा भी हैं रहता हैं जिसे नेपोलियन से इतनी नफरत हैं कि वो उसकी किसी भी बूत को तोड़ दे, वो बिलकुल उन्हें बर्दाश्त नहीं कर सकता."
होम्स वापस अपनी कुर्सी पर बैठ गया.
"इसमें मेरा काम नहीं हैं ," शरलॉक ने कहा.
"एग्जैक्टली, मैं भी वही कह रहा हूँ. लेकिन तब, जब कोई आदमी उन बूत को तोड़ने के लिए चोरी करता हैं , जो उसका अपना हैं ही नहीं, तो ये बात उसे डॉक्टर से पुलिस की तरफ ले जाती हैं. ”
होम्स फिर से बैठ गया.
"चोरी! ये तो बहुत इंटरेस्टिंग हैं . मुझे डिटेल सुन लेना चाहिए.”
लेस्ट्रेड ने अपनी पुलिस की नोट-बुक निकाली और उन पन्नों को देखकर अपनी यादों को ताज़ा किया.
उन्होंने कहा, "पहला मामला चार दिन पहले रिपोर्ट किया गया था." “ये घटना मोर्स हडसन की दुकान का था, जिसका केनिंगटन रोड में तस्वीरों और मूर्तियों को बेचने के लिए एक जगह हैं. उसके असिस्टेंट ने एक पल के लिए फ्रंट ऑफिस को छोड़ा ही था कि जब उसे अचानक चीज़ों के टूटने की आवाज़ आई और फ़ौरन जब वो भागकर गया तो बस्ट ऑफ़ नेपोलियन की प्लास्टर की मूर्ति के साथ और भी आर्ट वर्क सामने काउंटर पर टुकड़ों में पड़े हुए थे. वो सड़क पर भाग कर गया, लेकिन वहां आने-जाने वालों ने बताया कि उन्होंने एक आदमी को दुकान से बाहर भागते हुए देखा था, लेकिन असिस्टेंट न तो किसी को देख पाया था और न ही उस बदमाश की पहचान करने के लिए कोई सबूत मिले थे. ये कभी- कभार घटने वाली गुंडागर्दी जैसा लगता हैं और इसे बीट कांस्टेबल को रिपोर्ट किया गया था. प्लास्टर कास्ट कुछ शिलिंग से ज़्यादा दाम के नहीं थे इसलिए इसके लिए कोई भी ज़रूरी तहकीकात करना बहुत बचकाना लगता था.
"हालांकि दूसरा मामला ज़्यादा गंभीर है और अपने आप में एक इकलौता मामला था. ये कल रात की ही घटना है.
“केनिंगटन रोड में, और मोर्स हडसन की दुकान के कुछ सौ गज की दूरी पर एक मशहूर डॉ. मिस्टर बार्निकोट रहते हैं, जो थेम्स नदी के साउथ की तरफ की सबसे बड़ी प्रैक्टिस में से एक हैं. उनका घर और कंसल्टिंग-रूम दोनों ही केनिंग्टन रोड पर हैं , लेकिन दो मील दूर लोवर ब्रिक्सटन रोड में उनका एक और ब्रांच और डिस्पेंसरी हैं. डॉ बार्निकोट को नेपोलियन बहुत पसंद हैं और उनका घर इन फ्रेंच शहंशाह नेपोलियन की किताबों, तस्वीरों और उनकी चीज़ों से भरा हुआ है . कुछ समय पहले उन्होंने मोर्स हडसन से फ्रेंच मूर्तिकार, डिवाइन की बनाई हुई फेमस नेपोलियन के सिर के दो डुप्लीकेट प्लास्टर कास्ट खरीदे थे. इनमें से एक को उन्होंने केनिंगटन रोड के घर के अपने हॉल में, और दूसरे को लोवर ब्रिक्सटन में क्लिनिक के मेंटलपीस पर रखा. खैर, आज सुबह जब डॉ. बार्निकोट जब अपने घर पहुंचे, तो वो ये जानकर हैंरान रह गए कि उनके घर में रात को चोरी हुई थी, लेकिन हॉल से प्लास्टर के सिर के अलावा और कुछ भी चोरी नहीं हुआ था. इसे चुराकर बाहर ले जाया गया था और गार्डन की दीवार से मारकर बुरी तरह से तोड़ दिया गया था, इसके टूटे हुए टुकड़े दिवार के नीचे पड़े हुए थे. ”
होम्स ने अपने हाथों को रगड़ा.
"ये वाकई नया मामला हैं ," उसने कहा.
"मुझे लगा कि ये आपको खुश करेगा लेकिन मेरी बात खत्म नहीं हुई हैं. डॉ बार्निकोट बारह बजे अपनी क्लिनिक में पहुंचे तो आप उनकी हैरानी के बारे में अंदाज़ा लगा सकते हैं, जब वहां पहुंचने पर, उन्होंने देखा कि रात में किसी ने खिड़की खोल दी थी, और उनके दूसरे बस्ट के टूटे हुए टुकड़े भी पुरे कमरे में बिखरे हुए थे. जहां इसे रखा गया था, वहां इसके बहुत छोटे-छोटे टुकड़े बिखरे पड़े थे. दोनों ही मामले में ऐसे कोई भी क्लू नहीं मिले जो हमें उस बदमाश का सुराग दे सके. अब, मिस्टर होम्स, आपको सारी बातें बता चूका हूँ.
होम्स ने कहा, "ये अपनी ही तरह का एक केस तो हैं, लेकिन अजीब नहीं हैं." "क्या मैं पूछ सकता हूँ कि क्या डॉ. बार्निकोट के रूम में जो दो बस्ट तोड़े गए थे, क्या वो वैसे ही थे जैसे कि मोर्स हडसन की दुकान में तोड़े गए थे?"
"वे सब एक ही साँचे से लिए गए थे."
"ये सच इस बात के खिलाफ हैं कि ये जो भी आदमी उन्हें तोड़ता हैं, उसे नेपोलियन से नफरत हैं. ये देखते हुए कि महान सम्राट नेपोलियन की सैकड़ों मूर्तियाँ लंदन में मौजूद हैं, ये एक इत्तफ़ाक़ हैं कि एक ही तरह के तीन नमूनों को तोड़ा गया हैं. ”
"वेल, आपकी ही तरह मुझे भी ऐसा ही लगा." लेस्ट्रेड ने कहा. “ ये मोर्स हडसन लंदन के उसी हिस्से में डीलर हैं, और ये तीनों ही ऐसे थे जो सालों से उसकी दुकान में थे. हालांकि, जैसा कि आप कहते हैं, लंदन में कई सौ मूर्तियां हैं, ये हो सकता हैं कि इस डिस्ट्रिक्ट में सिर्फ ये तीनों हैं. इसलिए, एक लोकल सनकी यहीं से इसकी शुरुवात करेगा. आपको क्या लगता हैं डॉ. वॉटसन?
ऐसे धुन की कोई हद नहीं होती, ”मैंने जवाब दिया. " ऐसे हालात को मॉडर्न फ्रेंच साइक्लोजिस्ट ने 'आइडे फिक्स' ('idee fixe,') कहा हैं , जो किसी के कैरेक्टर में कुछ कमी लाता हैं , वैसे उन्हें बाकी बातों में पूरी समझ होती हैं. एक शख्स जिसने नेपोलियन के बारे में गहराई से पढ़ा हैं, या शायद जिसके परिवार में जंग के कारण कुछ नुकसान उठाना पड़ा होगा, वही इस तरह के 'आइडे फिक्स' का शिकार हो सकता हैं जिसके असर से उसने इस तरह से अपनी भड़ास निकाली हैं."
होम्स ने अपना सिर हिलाते हुए कहा, "ऐसा नहीं लगता, मेरे प्यारे वॉटसन," ‘आइडे फिक्स' जितना ही क्यों न हो लेकिन वो इस पागलपन के हद तक इन मूर्तियों को कहाँ ढूंढ़ना हैं, ये नहीं मालूम कर सकता था."
"अच्छा, तो तुम इसे कैसे समझाओगे?"
“मैं समझाने की कोशिश नहीं कर रहा. मैं सिर्फ ये देख रहा हूँ कि इस शख्स के पागलपन का भी एक तरीका हैं. Example के लिए, डॉ. बार्निकोट के हॉल में, जहाँ कोई भी आवाज़ फैमिली को चौकन्ना कर सकती थी, तोड़ने से पहले बस्ट को बाहर ले जाया जाता हैं , जबकि क्लिनिक में, जहाँ अलार्म बजने का डर नहीं होता हैं , वहां बस्ट जहाँ रखा था, वहीं इसे तोड़ दिया गया था. ये चक्कर बहुत बेतुका लगता हैं लेकिन फिर भी मैं किसी को भी कम नहीं मानता हूँ क्योंकि मेरे कुछ सबसे क्लासिक केस के शुरुवात में ऐसे ही कमियां देखी गई थी. तुम्हें तो याद होगा, वॉटसन, एबरनेटी फैमिली के खतरनाक काम की तरफ मेरा ध्यान कैसे खिंचा, कैसे एक गर्म दिन में बटर में पार्सले के पत्ता डूबा था. इसलिए, मैं इन तीन टूटे हुए बस्ट केस पर हंस नहीं सकता, लेस्ट्रेड. और आप मुझे इस घटना से जुडी कोई भी नई बात हो तो ज़रूर बताइएगा, मैं आपका बहुत आभारी रहूँगा. "
Puri Kahaani Sune....